दीपक का फिलहाल पलवल के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पलवल में बदमाशों ने DTC के बस ड्राइवर को लूटपाट के बाद चलती ट्रेन से फेंक दिया। वह पूरी रात रेलवे लाइन के पास पड़ा रहा। सुबह राहगीरों की सूचना पर जीआरपी और उसके परिजन मौके पर पहुंचे। गंभीर रूप से घायल ड्राइवर को पहले बीके अस्पताल ले जाया गया और फिर प
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जीआरपी थाना प्रभारी राजपाल के अनुसार, नूंह जिले के छछेड़ा गांव का रहने वाले दीपक ने बताया कि वह वह डीटीसी कालका डिपो दिल्ली में बस ड्राइवर है। दिल्ली के लाल चौक के पास किराए के कमरे में रहता है। 29 मई को वह अपने गांव से दिल्ली जाने के लिए रात करीब 10:20 बजे पलवल रेलवे स्टेशन से ईएमयू लोकल शटल में सवार हुआ।

ट्रेन से गिरने से उसके पैर, सिर, आंख और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। वह पूरी रात वहीं पड़ा रहा। सुबह राहगीरों ने जीआरपी और परिजनों को सूचित किया।
पलवल स्टेशन से ट्रेन चलते ही चार युवक उसी डिब्बे में चढ़े और उसके आसपास बैठ गए। बल्लभगढ़ स्टेशन के बाद उन्होंने उससे बीड़ी मांगी, जो उसने दे दी। कुछ देर बाद फोन मांगा, जिसे देने से मना करने पर उन्होंने फरीदाबाद स्टेशन के बाद उसका फोन और पर्स छीन लिया। पर्स में आधार कार्ड, एचडीएफसी बैंक का एटीएम कार्ड और 5,800 रुपए नकद थे।
दीपक ने बताया कि इसके बाद बदमाशों ने बडखल फ्लाईओवर के पास चलती ट्रेन से उसको धक्का देकर फेंक दिया। गिरने से उसके पैर, सिर, आंख और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। वह पूरी रात वहीं पड़ा रहा। अगले दिन राहगीरों ने जीआरपी और परिजनों को सूचित किया।
जीआरपी के जांच अधिकारी एसआई चेतराम ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर चार अज्ञात युवकों के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की पहचान के लिए रेलवे स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।