SGPC 350th Martyrdom Anniversary Ninth Guru Celebrated November News Update | नौवें गुरु की 350वीं शहीदी शताब्दी नवंबर में मनाई जाएगी: SGPC कमेटी ने लिया फैसला, केंद्र से बंदी सिखों की रिहाई की मांग – Amritsar News

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शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कार्यालय में आज अंतरिम कमेटी की बैठक हुआ, जिसमें शहीदी शताब्दी मनाने का फैसला हुआ।

श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहीदी शताब्दी नवंबर 2025 में मनाई जाएगी। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कार्यालय में हुई अंतरिम कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया। एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने बताया कि इस अवसर पर गुरमत समा

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साथ ही ऐतिहासिक प्रकाशन भी निकाले जाएंगे। सभी कार्यक्रम संगत और संगठनों के सहयोग से होंगे। धामी ने कहा कि पंजाब सरकार ने शताब्दी समारोहों के लिए सुझाव मांगे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कार्य एसजीपीसी का है, सरकार का नहीं। सरकार को गुरु साहिबान से जुड़े स्थानों का विकास करना चाहिए।

सजा पूरी कर चुके बंदी सिखों को रिहा करे सरकार एडवोकेट धामी ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह अपनी सजा पूरी कर चुके बंदी सिखों को रिहा करे। उन्होंने याद दिलाया कि गुरु तेग बहादुर जी ने हिंदू धर्म और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए शहादत दी थी। बैठक में एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। जत्थेदार साहिबान की नियुक्ति और सेवानिवृत्ति के नियम बनाने के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि पिछले बजट सत्र में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की नियुक्ति, दायित्व व सेवानिवृत्ति के संबंध में नियम बनाने के लिए प्रस्ताव पारित कर सैद्धांतिक मंजूरी दी गई थी, जिसके तहत मांगे गए सुझावों को पढ़कर नियम व कानून बनाए जाने हैं। इस संबंध में अंतरिम कमेटी में चर्चा हो चुकी है, जिसके अनुसार सिख पंथों के प्रतिनिधियों व सिख विद्वानों की कमेटी बनाकर सुझावों पर विचार किया जाएगा।

एडवोकेट धामी ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पूरे भारत में सिख मिशन और शिक्षण संस्थान खोलकर सिख धर्म के प्रचार व प्रसार के लिए अग्रणी भूमिका निभा रही है। लेकिन अफसोस की बात है कि हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सरकारों की मदद से शाहबाद मारकंडा में चल रहे मीरी पीरी मेडिकल कॉलेज पर अवैध कब्जा करना चाहती है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मेडिकल कॉलेज सचखंड श्री हरमंदिर साहिब श्री अमृतसर के नाम पर स्थापित किया गया है, न कि हरियाणा राज्य में स्थित किसी गुरुद्वारा साहिब की भूमि पर। उन्होंने हरियाणा कमेटी से कहा कि वह राजनीतिक दृष्टिकोण न अपनाए तथा मेडिकल क्षेत्र में शिरोमणि कमेटी द्वारा दी जा रही सेवाओं में बाधा न बने।

धर्मस्थलों की बेअदबी की निंदा की अंतरिम कमेटी ने बठिंडा जिले के रामपुर फूल में एक गुरसिख बुजुर्ग तथा श्री मुक्तसर साहिब में एक सिख युवक की पिटाई तथा धर्मस्थलों की बेअदबी की घटना की कड़ी निंदा की है। इस संबंध में एडवोकेट धामी ने कहा कि पंजाब में सिख बहुल होने के बावजूद ऐसी घटना होना बहुत चिंता का विषय है।

पंजाब में भी इस तरह की सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने वालों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रही है। अंतरिम कमेटी ने सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने तथा ऐसे लोगों को गिरफ्तार करने की मांग की। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा, सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के हजूरी रागी भाई इंद्रजीत सिंह और शिरोमणि कमेटी के पूर्व सदस्य हरदयाल सिंह सुरसिंह के नाम पर मूल मंत्र और गुरु मंत्र का जाप किया गया और दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी गई।

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