जयपुर में इस साल चातुर्मास के दौरान जैनाचार्य प्रवर विजयराज महाराज चार महीने तक प्रवास करेंगे। यह घोषणा खुद जैनाचार्य ने की, जिसके बाद पूरे जैन समाज में उत्साह का माहौल है। 4 जुलाई को जैनाचार्य का भव्य मंगल प्रवेश होगा। इससे पहले 3 जुलाई को सुबह 10 ब
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संघ संरक्षक प्रदीप गुगलिया ने बताया- इस साल का चातुर्मास ‘पुण्योदयम’ नाम से मनाया जाएगा। संघ के सैकड़ों कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हैं। हर दिन नवकार भवन में बैठकें हो रही हैं और कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
गांव-गांव से होते हुए जयपुर आ रहे हैं आचार्य
संघ के पदाधिकारियों ने बताया- आचार्य प्रवर उदयपुर से ऐतिहासिक चातुर्मास पूरा कर पैदल विहार करते हुए जयपुर पहुंच रहे हैं। इस दौरान वे गांव-गांव जाकर भगवान महावीर और गुरुजनों के संदेशों का प्रचार कर रहे हैं।
देशभर से आएंगे श्रद्धालु, रहने की हो रही व्यवस्था
चातुर्मास के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के जयपुर आने की संभावना है। इसको देखते हुए उनके ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था के लिए सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के भवन पहले ही बुक किए जा चुके हैं।
पूर्व कोषाध्यक्ष शांति कुमार बम्ब ने बताया- श्रद्धालु जयपुर आकर चौका खोलेंगे। इससे वे साधु-साध्वियों को गोचरी (भोजन) अर्पित कर पुण्य कमाएंगे। चौका खोलने वालों के लिए नवकार भवन के पास कमरे भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
20 साधु-साध्वियों के साथ आएंगे जैनाचार्य
संघ ने जानकारी दी कि जैनाचार्य के साथ 20 अन्य साधु-साध्वियां भी जयपुर आएंगे। इनमें संत विनोद मुनि समेत संत मंडल, साध्वी प्रमुखा प्रभावती महाराज, महासती पदमश्री और महासती नेहा श्री शामिल हैं।
चार महीने चलेगा जिनवाणी का स्वर, हर दिन होंगे कार्यक्रम
महिला संघ अध्यक्ष मीना कांकरिया ने बताया कि चातुर्मास के दौरान हर दिन गुरुदेव के मुख से जिनवाणी की देशना गूंजेगी। सुबह सूर्य निकलने के बाद ‘अरिहंत बोधी क्लास’ होगी, फिर 8:45 से 10:15 बजे तक प्रवचन दिए जाएंगे। दोपहर 2 बजे आगम वाचन, 3 बजे महा मांगलिक और शाम को प्रतिक्रमण के बाद नवकार भवन में तत्व चर्चा और जिज्ञासा समाधान होगा।
श्राविकाओं के लिए साध्वियों के सान्निध्य में उनके प्रवास स्थल पर विशेष चर्चा सत्र रखे जाएंगे।