Report from the house of the person who was murdered at the police station gate | गाजियाबाद में थाने के सामने मर्डर करने वाले का कबूलनामा: कहा- बात बर्दाश्त नहीं हुई, इसलिए मारा; पिता बोले- पुलिस ने फेक एनकाउंटर किया – Ghaziabad News

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गाजियाबाद में रवि शर्मा की हत्या करने वाले मोंटी चौधरी का पुलिस ने एनकाउंटर किया। उसके दोनों पैर में गोली मारी। पिस्टल भी बरामद की। हॉस्पिटल में एडमिट मोंटी से पुलिस के अधिकारी करीब 2 घंटे तक पूछताछ करते रहे।

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मोंटी ने बताया कि गांव में जाटों का वर्चस्व है। रवि के पिता ने सरेआम कहा कि 10 साल की जेल काटकर आए हो, फिर भी खून में इतनी गर्मी है? ये बात मुझे बर्दाश्त नहीं हुई। मैंने दोस्त अजय से कहा- इसकी अकड़ यहीं निकाल देते हैं।

1 घंटे बाद हमने उसके घर गोलियां चलाईं, मगर वो लोग डरे नहीं, थाने पहुंचकर FIR कराने लगे। तब मैंने थाने के बाहर अंधेरे में उन लोगों पर गोलियां चला दीं। मुझे नहीं पता था कि मेरी गोली से रवि की मौत हो जाएगी। मेरे टारगेट पर उसका पिता रविंद्र था।

वहीं आरोपी के एनकाउंटर पर रवि शर्मा के पिता संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा- आप खाल खींचकर गोली मारने को एनकाउंटर कहते हैं। अब पढ़िए आरोपी का कबूलनामा और उसके एनकाउंटर पर रवि के पिता से बातचीत…

20 जून को रावली रोड पर गश्त करती पुलिस ने पीछा करके खिमावती सुराना लिंक रोड पर एनकाउंटर किया।

20 जून को रावली रोड पर गश्त करती पुलिस ने पीछा करके खिमावती सुराना लिंक रोड पर एनकाउंटर किया।

अब पढ़िए आरोपी ने क्या कुछ बताया…

मोंटी बोला- रविंद्र ने कहा जेल से छूटे हो, खून में इतनी गर्मी क्यों है पुलिस ने मोंटी से पूछा- रवि शर्मा को क्यों मारा? मोंटी ने कहा- मैंने अपनी ही भांजी से रेप किया था। 10 साल सजा काटने के बाद जेल से बाहर आया था। 18 जून की रात करीब 7.45 बजे मैं गांव के अजय चौधरी के साथ कार से जा रहा था। बीच गांव में रविंद्र शर्मा के घर के बाहर उनकी कार खड़ी थी। उनका बेटा रवि कार में बैग रख रहा था। हमने कार हटाने के लिए हार्न बजाया।

इस पर रवि के पिता ने कहा कि इतना चौड़ा रस्ता है, निकाल ले जा हवाई जहाज को। मैंने कहा- तू क्या गांव का प्रधान है, जो बीच रास्ते में कार रोक दी। हम लोग कार से उतर गए। इस पर रवि के पिता ने कहा- अभी तो कुछ दिन पहले 10 साल की जेल काटकर आया है, इतनी गर्मी खून में आ गई है। आधा मिनट थम नहीं सकता। जब खून की गर्मी की बात आई तो बर्दाश्त नहीं हुई।

घर से पिस्टल लाए, गोलियां चला दीं इसके बाद अपने घर पहुंचे और पिस्टल लेकर आए। दहशत फैलाने के लिए रवि शर्मा के घर पर 3 राउंड फायर की। उनमें से कोई घर से नहीं निकला। आवाज लगाकर कहा अब बता कि खून में किसके कितनी गर्मी है। फिर हम बाइक से चले गए। कुछ देर बाद गांव में पुलिस आ गई। जिसके बाद पुलिस घर आई, हम घर पर नहीं मिले। कुछ देर बाद पता चला चला कि थाने में मुकदमा दर्ज कराने रवि, उसका पिता और अन्य लोग पहुंचे हैं।

मोंटी ने कहा- मिल्क रावली गांव में हमारा वर्चस्व रहा है। रवि शर्मा और उसके पिता की दूसरे गांव में खाद बीज भंडार की दुकान है। मैंने अजय से कहा कि थाने के बाहर ही देखते हैं कि कौन क्या करता है। थाने के बाहर रात में अंधेरा था। हमें रवि ही खड़ा हुआ दिखाई दिया। मैंने अपनी पिस्टल से 2 राउंड गोली चलाई। इसमें रवि गोली लगने से गिर पड़ा। जिसके बाद मैं भाग गया।

पुलिस ने पूछा- अजय कहां है? मोंटी ने कहा- भागने के बाद अजय दोबारा नहीं मिला। मैंने मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया। अजय कहां हैं, ये मुझे नहीं मालूम। पुलिस ने पूछा-ये पिस्टल कहां से खरीदी? मोंटी ने कहा, ‘पिछले दिनों ही यह पिस्टल 30 हजार रुपए में खरीदी थी। एक महीने पहले एक लड़की को लेकर विवाद हो गया था। उसके बाद पिस्टल ली थी।’

मोंटी चौधरी के पास ये पिस्टल मिली है। इसी से रवि शर्मा की हत्या की गई थी।

मोंटी चौधरी के पास ये पिस्टल मिली है। इसी से रवि शर्मा की हत्या की गई थी।

एनकाउंटर के बाद दैनिक भास्कर ने रवि के पिता रविंद्र शर्मा से फोन पर बात की। पढ़िए वो क्या कहते हैं…

सवाल : क्या एनकाउंटर से संतुष्ट हैं? जवाब : हम कैसे संतुष्ट हो सकते हैं। पुलिस के अफसरों ने कहा था कि जैसे आपका बेटा कफन में सिला गया है, वैसे आरोपी भी सिले जाएंगे। मगर पुलिस ने खेल कर दिया। आप खाल उठाकर गोली मारने को एनकाउंटर कहते हैं। आप फोटो देखिए, कैसे मुस्कुराते हुए जा रहा है। जिसे गोली लगने की पीड़ा होगी, वो क्या मुस्कुराएगा।

सवाल : आपको क्या लगता है, रवि को क्यों मारा गया? जवाब : देखिए, ये जाट बहुल क्षेत्र है, यहां बाह्मण बहुत कम हैं। रवि को मारकर पूरे एरिया में यह मैसेज दिया गया है कि एक ब्राह्मण मरता है तो मर जाने दो। उन्होंने पूरी प्लानिंग के साथ रवि को मारा है। हमारी बहन-बेटियों को जाट लड़के गंदी नजरों से देखते हैं। हर जगह अपमान ही अपमान है।

सवाल : एक आरोपी अजय फरार है, क्या खतरा महसूस कर रहे? जवाब : मोंटी चौधरी ने जमीन बेचकर 2 करोड़ रुपए कमाए। उन्हीं से असलहा और गाड़ी खरीदी। अपने दोस्तों के साथ दारु पीता रहता था। तो वो चाहे जेल में रहे, वो जब चाहेगा, अपने लोगों से हमें मरवा देगा। उसका तो पूरा एनकाउंटर ही होना चाहिए था। जब तक जिंदा है, हमें खतरा है।

सवाल : आपके घर के बाहर पुलिस तैनात है? जवाब : मैं किसान हूं, चारा लेने भी खेत पर जाता हूं। ये पुलिस कब तक रहेगी? 1 दिन, 4 दिन…पैसा देकर तो पुलिस को रोक नहीं लूंगा। मैंने पिस्टल के लाइसेंस देने के लिए कहा था, मगर किसी पुलिस के अधिकारी से हमें आश्वासन नहीं मिला। हमें तो मरना ही मरना है। योगीजी के राज में ब्राह्मण की जान पर बनी है।

अब आपको गांव का माहौल बताते हैं…

घर के अंदर महिलाएं रो रही, बाहर पुलिस तैनात मुरादनगर हाईवे से करीब 18 Km अंदर रावली गांव पहुंचे। एक कस्बा से होते हुए हम गांव के अंदर तक आ गए। ज्यादातर घरों के दरवाजे बंद थे। लोग घरों के अंदर थे, मगर एक जगह बच्चे खेलते हुए दिख गए। यहां एक बच्चे से रवि शर्मा का घर पूछने पर हमें एक संकरी गली में अंदर भेज दिया गया। यहां एक कोने पर 3 पुलिस वाले खड़े दिखे। घर के अंदर से महिलाओं के रोने की आवाजें आ रही थीं।

भास्कर टीम जब थोड़ा करीब पहुंची, तो एक पुलिस वाले ने रोका। हमनें पहचान पत्र दिखाया, इसके बाद दरोगा ने कहा- आप घर के पीछे की तरफ से अंदर चले जाइए। सामने महिलाएं रो रही हैं। हमनें वही से झांककर देखा, एक महिला SI कुर्सी पर बैठी थीं। अंदर की तरफ गांव की महिलाएं इकट्‌ठा थीं। हमें बताया गया कि अंतिम क्रिया के बाद आज अस्थियां चुनी गई थी।

घर के बाहर पुलिस तैनात थी। पूछताछ के बाद ही घर के अंदर जाने दिया जा रहा था।

घर के बाहर पुलिस तैनात थी। पूछताछ के बाद ही घर के अंदर जाने दिया जा रहा था।

अब हम घर के पीछे की तरफ से अंदर पहुंच गए। यहां मुलाकात रवि के पिता रविंद्र शर्मा से हुई। हमने पूछा- क्या मोंटी से आपकी कोई पुरानी दुश्मनी रही है?’ उन्होंने कहा, ‘नहीं… उसका घर तो 400 मीटर ही दूर है। वह शुरू से बदमाशी करता आया। अभी अपनी भांजी से रेप केस में जेल में था, 15 दिन पहले ही तो छूटकर आया था। वो गांव में लोगों से कहता था कि मुझे बड़ा बदमाश बनना है, मुझे क्या पता था कि मेरे ही बेटे को मार डालेगा।’

अब रवि की एक बेटी और एक बेटा है, उनकी देखभाल कौन करेगा? अब हम लोगों को संभालने की जिम्मेदारी रवि के छोटे भाई विकास पर है। वही सब कुछ देख रहा है। सच पूछिए तो उसकी भी सुरक्षा को लेकर हम लोग परेशान हैं। क्या करें, क्या न करें। FIR हो गई है…कोर्ट कैसे जाएंगे? ये बदमाश हमें रहने नहीं देंगे।’

घर के अंदर महिलाएं मौजूद थीं। जो विलाप कर रही थी। एक महिला दरोगा की भी ड्यूटी लगाई गई है।

घर के अंदर महिलाएं मौजूद थीं। जो विलाप कर रही थी। एक महिला दरोगा की भी ड्यूटी लगाई गई है।

रवि के चाचा बोले- मुझे फोन आया हमले का, तब घर पहुंचा अब रविंद्र के भाई विजेंद्र शर्मा से हमारी बात शुरू हुई। वह कहते हैं, ‘मेरे भाई गांव में प्रधान रह चुके हैं। मोंटी ने 17 साल की उम्र में बुजुर्ग के साथ गंदा काम किया था। उस वक्त गांव में पंचायत बैठी थी। तब वहीं पर निपटारा हो गया था। मैं तो उस रात अपनी दुकान से वापस आ रहा था। तब फोन आया कि मोंटी और अजय ने घर पर गोली चला दी है। मैं भागता हुआ आया। तब पता चला कि मेरे भतीजे को ही मार डाला है। गांव में ऐसा पहली बार हुआ है।

अब रवि के घर की सुरक्षा जानिए

1 महिला SI, 2 पुरुष SI और 2 कॉन्स्टेबल तैनात बदमाशों के अटैक में रवि की जान जाने के बाद मुरादनगर थाने से एक महिला SI और 2 पुरुष SI और 2 कॉन्स्टेबल को घर के बाहर तैनात किया गया है। इनकी ड्यूटी बदलती रहेगी। रात में भी इतना ही स्टाफ घर के अंदर या बाहर रहेगा। फिलहाल यही व्यवस्था की गई है। एडिशन कमिश्नर आलोक प्रियदर्शी ने परिवार की सिक्योरिटी ठीक से करने के निर्देश दिए हैं।

गांव के लोगों से बात करने के बाद पता चला कि हाल में ही मोंटी ने अपनी जमीन 2 करोड़ में बेची है। परिवार की यह भी डिमांड है कि उस जमीन को बेचने से मिले पैसे जिन बैंक अकाउंट में है, उन्हें सीज किया जाए।

रविंद्र को सांत्वना देने के लिए पूरे गांव के बुजुर्ग घर में इकट्‌ठा थे।

रविंद्र को सांत्वना देने के लिए पूरे गांव के बुजुर्ग घर में इकट्‌ठा थे।

अब पढ़िए पुलिस एनकाउंटर गाजियाबाद में मुरादनगर थाने के बाहर युवक की हत्या करने वाले आरोपी का पुलिस ने एनकाउंटर किया। पैर में गोली मारकर उसे 48 घंटे के अंदर अरेस्ट किया।

शुक्रवार की शाम खिमावती सुराना लिंक रोड पर आरोपी मोंटी चौधरी से पुलिस की मुठभेड़ हुई। पुलिस ने उसके दोनों पैरों में गोली मार दी। मोंटी घायल होकर गिर गया। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया है। अब उससे घटना को लेकर पूछताछ की जा रही है।

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गाजियाबाद में मुरादनगर थाने के बाहर हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने 48 घंटे के भीतर अरेस्ट कर लिया है। शुक्रवार की शाम खिमावती सुराना लिंक रोड पर आरोपी मोंटी चौधरी से पुलिस की मुठभेड़ हुई। पुलिस ने उसके दोनों पैरों में गोली मारी है। पढ़िए पूरी खबर…

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