अमर संगीतकार मदन मोहन की जन्मशती पर संगीतमय संध्या ‘मेरा साया साथ होगा’ का आयोजन किया गया।
राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, जयपुर का मुख्य सभागार उस समय सुर, सौंदर्य और संवेदना से भर उठा, जब हिंदी सिनेमा के अमर संगीतकार मदन मोहन की जन्मशती को उनके गीतों से याद किया। संगीतमय संध्या ‘मेरा साया साथ होगा’ का आयोजन यहां किया गया। यह संध्या उन भावनाओं
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दिल्ली के प्रतिष्ठित डो-रे-मी लाइव म्यूजिक बैंड की संगत में प्रियंका मित्रा, मुकुल सोनी और जुगल किशोर जैसे जाने-माने गायकों ने मदन मोहन के कालजयी गीतों को ऐसे सुरों में पिरोया कि श्रोताओं की आत्मा तक स्पंदित हो उठी।

यह संध्या उन भावनाओं की अनमोल श्रद्धांजलि बनकर सामने आई, जिन्होंने मदन मोहन के संगीत में जीवन पाया।
प्रियंका मित्रा ने ‘आपकी नजरों ने समझा’, ‘तू जहां जहां चलेगा’ और ‘नगमा-ओ-शे’र की सौगात’ जैसे गीतों को अपनी मधुर आवाज और संजीदगी से सजाया। मुकुल सोनी की गायकी ने ‘लग जा गले’, ‘मैं तो तुम संग नैन मिलाके’ और ‘मिलो ना तुम तो’ जैसे गीतों को एक नया ओज प्रदान किया। जुगल किशोर की भावपूर्ण प्रस्तुति ‘कौन आया मेरे मन के द्वारे’ और ‘मेरी याद में तुम न आंसू बहाना’ ने श्रोताओं को भीतर तक छू लिया।

प्रियंका मित्रा ने ‘आपकी नजरों ने समझा’, ‘तू जहां जहां चलेगा’ और ‘नगमा-ओ-शे’र की सौगात’ जैसे गीतों को अपनी मधुर आवाज और संजीदगी से सजाया।
कार्यक्रम का सुरुचिपूर्ण संचालन गौरव शर्मा ने किया, जबकि इस संध्या की परिकल्पना जाने-माने फिल्म समीक्षक एम. डी. सोनी ने की थी।