वाराणसी के संदहा चौराहे पर शव लेकर रोते बिलखते परिजन।
वाराणसी के संदहा चौराहे के पास हाईवे पर रविवार की रात तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में टक्कर मार दी। तेज टक्कर से बाइक डिवाइडर से जाकर टकरा गई। हादसे में बाइक सवार मर्चेंट नेवी अफसर की पत्नी और बेटी की मौत हो गई, बाइक चालक महिला का पिता गंभीर रूप से चोटिल
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घटना के बाद आसपास जुटे लोगों ने उन्हें लहूलुहान हालत में उठाया। हालांकि मौके पर ही दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घायल को दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और ग्रामीण भी जुट गए। महिला का शव सड़क पर था और घायल बाइक चालक एक वर्षीय नातिन का शव लेकर बैठा था।
ट्रक चालक की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने नोकझोंक के बाद ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। महिलाएं भी मौके पर आ गई और शव से लिपटकर रोने बिलखने लगी। देर रात तक लगभग छह घंटे जाम चला, जिसके बाद आश्वासन पर ग्रामीणों ने मार्ग खाली किया। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।

छह घंटे तक शव रखकर जाम लगाए परिजनों से पुलिस की नोकझोंक भी हुई।
नेवादा (चौबेपुर) के निवासी विवेक मौर्य मर्चेंट नेवी में अफसर हैं और उनकी शादी कोरउत (लोहता) निवासी कोमल मौर्या (31) से हुई थी। उनकी वर्तमान समय में तैनाती चीन सीमा क्षेत्र में पोत पर है। रविवार को कोमल के पिता ज्ञानचंद बेटी के ससुराल आए थे। बेटी कोमल और एक वर्ष की नातिन को लेकर कोरउत के लिए निकले थे। संदहा से आगे बढ़े थे, तभी पीछे से आ रहे ट्रक ने सामने से टक्कर मार दी।
संदहा चौराहे के पास टक्कर में बाइक सवार विवाहिता, उसकी एक साल की बच्ची डिवाइडर से टकराकर सड़क पर गिर पड़ीं। ट्रक दोनों को रौंदता हुआ गुजर गया, वहीं टक्कर के बाद महिला के पिता गंभीर रूप से जख्मी हो गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया और छह घंटे से अधिक देर रात तक लगा रहा।

हादसे में चक्काजाम किए परिजनों को समझाते एसीपी कैंट नितिन तनेजा।
मृतक के परिजनों और गांववासियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर सड़क पर मृतक का शव रखकर वाराणसी गाजीपुर मार्ग को जाम कर दिया। आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए पुलिस प्रशासन से डंपर चालक की जल्द गिरफ्तारी और मृतक के परिवार को मुआवजा देने की मांग की।
भीड़ बढ़ने के बाद सारनाथ, चौबेपुर और शिवपुर थाने की पुलिस को मौके पर बुलाया गया। वहीं एसीपी सारनाथ विजय प्रताप और एसीपी कैंट नितिन तनेजा भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास करते रहे। हादसे के बाद लगभग छह घंटे चक्काजाम से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
अधिकारियों ने ट्रक को पकड़ने और कठोर कार्रवाई समेत अन्य मांगों को शासन से भेजकर मनवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीण शांत हुए और हाईवे खाली किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। वहीं घायल ज्ञानचंद को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है।