सुशील सिंह | मऊ2 मिनट पहले
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जलभराव से लोगों को भारी परेशानी हो रही है।
मऊ जिले के सलाहाबाद मोड से सरसेना जाने वाली सड़क मात्र 8 महीने पहले एफडीआर तकनीकी से बनी थी। लेकिन अब यह सड़क जगह-जगह से टूट रही है। इटौरा बाजार में तो यह पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो गई है। इन गड्ढों में पानी भर जाने से यह तालाब जैसी दिखाई दे रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इसकी शिकायत ठेकेदारों और पीडब्ल्यूडी विभाग से की गई। लेकिन किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। पानी की निकासी की व्यवस्था न होने से सड़क पोखरी में बदल गई है। इससे आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। महिलाएं और बच्चे इसमें गिरकर घायल भी हो रहे हैं।

जलभराव से लोगों को भारी परेशानी हो रही है।

जलभराव से लोगों को भारी परेशानी हो रही है।
स्थानीय निवासी राजेश चंद चौहान ने बताया कि इस सड़क से रोजाना हजारों छोटी-बड़ी गाड़ियां गुजरती हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की महत्वाकांक्षी एफडीआर तकनीक से बनी यह सड़क मात्र एक साल के अंदर ही खराब हो गई है। इटौरा मोड़ से गुजरने वाले सभी लोगों को इसी पानी भरी सड़क से होकर गुजरना पड़ता है।
राजेश चंद्र ने बताया कि जब सड़क का निर्माण हो रहा था, तब भी उन्होंने ठेकेदार से शिकायत की थी। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने आगे कहा कि पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। पूरे बाजार का पानी भी यहीं पर इकट्ठा होता है।
बरसात के मौसम में यहां से गुजरना बहुत मुश्किल होता है। इस रास्ते से जाने वाली महिलाएं और बच्चे अक्सर पानी भरे गड्ढों में गिर जाते हैं। स्थानीय लोगों की मांग है कि पानी निकासी की उचित व्यवस्था की जाए। ताकि लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की समस्या न हो।