तारीख: 17 अगस्त जगह: रोहिणी, दिल्ली
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PM नरेंद्र मोदी ने कहा-

अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 बनने से गुरुग्राम और दिल्ली एयरपोर्ट से एनएच-44 तक पहुंचने में अब महज एक घंटा लगेगा। गाड़ियां 100 किलोमीटर स्पीड से दौड़ेंगी। कहीं कोई जाम नहीं मिलेगा। पूरे सफर के दौरान सड़क पर कोई ब्रेकर या ट्रैफिक लाइट नहीं होगी।
उद्घाटन के अगले ही दिन दैनिक भास्कर एप की टीम ने अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 यानी UER-2 रोड का रियलिटी चेक किया। जिसमें एक घंटे में गुरुग्राम और दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने का दावा तो लगभग ठीक निकला। मगर, एक अहम बात जो नहीं बताई गई, वो ये कि लोगों को आसान सफर के लिए जेब भी ढीली करनी पड़ेगी। इस रोड पर टोल प्लाजा शुरू होने वाला है, जिस पर 235 से 350 रुपए तक टोल चुकाना होगा।
अगर आप सोनीपत से आते हुए वाया बवाना इस रोड पर आते हैं तो गुरुग्राम पहुंचने के लिए आपको करीब 310 रुपए टोल देना होगा। जिसमें पहले सोनीपत स्पर पर 75 रुपए और फिर बक्करवाला पर टोल देना पड़ेगा।

17 अगस्त को उद्घाटन से पहले PM नरेंद्र मोदी UER-2 का दौरा करने गए थे।
जानिए… 75.7 किमी लंबे UER-2 पर कैसा रहा सफर, टोल कहां पर लगा
- बकौली से आधे घंटे में मुंडका पहुंचे: रविवार सुबह 7:30 बजे हमारी टीम ने नेशनल हाईवे-44 के स्टार्टिंग पॉइंट बकौली (सिंघु बॉर्डर) से सफर शुरू किया। यहां से आधे घंटे से भी कम समय में मुंडका तक पहुंच गए। यहां मुंडका उद्योग विहार के मेट्रो स्टेशन के नीचे से अच्छा रोड बनाया गया है।
- बक्करवाला में टोल प्लाजा, बोर्ड अभी ढका हुआ: मुंडका के पास फ्लाईओवर उतरते ही बक्करवाला में टोल प्लाजा ने स्वागत किया। यहां अभी टोल शुल्क की वसूली शुरू नहीं हुई है, लेकिन NHAI बोर्ड लगा चुकी है। हालांकि इसे अभी ढका हुआ है। हमारी टीम ने चेक किया तो कार के एक तरफ का टोल 235 रुपए और आने-जाने का 350 रुपए लिखा मिला।
- रोहतक-बहादुरगढ़ वालों को टोल नहीं: बक्करवाला से आगे बढ़े तो बहादुरगढ़ स्पर का जंक्शन मिला। यहां समझ आया कि अगर कोई यहां से रोहतक-बहादुरगढ़ से आकर UER-2 से दिल्ली एयरपोर्ट या गुरुग्राम आता-जाता है तो उन्हें कोई टोल नहीं देना पड़ेगा। टोल प्लाजा उनके UER टू पर चढ़ने के बाद रास्ते में नहीं आता।
- टनल में जाम नहीं दिखाई दिया: बक्करवाला टोल से करीब 15 मिनट में हम द्वारका एक्सप्रेसवे जंक्शन के पास पहुंचे। इसके बाद हम गुरुग्राम टनल तक पहुंचे, जिसके भीतर से ही एक रास्ता दिल्ली एयरपोर्ट और दूसरा गुरुग्राम की तरफ चला जाता है। पहले यहां टनल नहीं थी तो पीक टाइम में भारी जाम लगता था। अब UER-2 में यहां टनल बनाई गई है। जिसके बाद टनल में तो जाम नहीं है लेकिन जहां से दिल्ली के महिपालपुर से ट्रैफिक गुरुग्राम की तरफ आता है, वहां ट्रैफिक स्लो मिला।
- टनल से गुजरते 8 मिनट में गुरुग्राम बॉर्डर पर पहुंचे: हालांकि फिर भी हम टनल से गुजरते हुए 8 मिनट में गुरुग्राम बॉर्डर पर रजोकरी पहुंच गए। बकौली से गुरुग्राम के एंबिएंस मॉल तक पहुंचने में हमें 1 घंटे 10 मिनट का टाइम लगा। इस दौरान कार की स्पीड 80 से 100 किमी प्रति घंटा तक रही। वैसे, UER-2 पर स्पीड लिमिट 100 किमी/प्रति घंटे की है।
- पुल के छोटे-छोटे जॉइंट पर हल्के झटके लगे: हमें ये भी महसूस हुआ कि एक्सप्रेस-वे की बनावट ऐसी है कि स्पीड में भी झटके महसूस नहीं होते। हालांकि जहां पर पुल आते हैं, वहां पर छोटे-छोटे जॉइंट हैं। गाड़ी के पुल पर चढ़ते समय जरूर हल्के झटकों का एहसास होता है।


सफर में हमें ये खामियां दिखीं नए एक्सप्रेस-वे पर ट्रैक्टर, बाइक्स और ऑटो वगैरह चलाने की अनुमति नहीं है। लेकिन पूरे एक्सप्रेस-वे पर बाइक और थ्री व्हीलर दिखाई दिए। कुछ जगह पर काम चल रहा है और पत्थर के बेरिकेड्स रखे हैं। ट्रैफिक दिशा, स्पीड और लोकेशन बताने वाली LED स्क्रीन्स अभी शुरू नहीं हुई हैं। CCTV भी बंद हैं। पूरी रोड पर कोई पेट्रोल पंप या रेस्ट एरिया नहीं मिला। चूंकि यह नया ही खुला है, इसलिए रोड पर ज्यादा ट्रैफिक नजर नहीं आया।

जानिए… UER-2 से कहां, किसे और क्या फायदा होगा
- यह बवाना, नरेला, कंझावला, मुंडका, द्वारका, सोनीपत, रोहतक, जींद, बहादुरगढ़ से जुड़ा है।
- इसे द्वारका एक्सप्रेसवे, दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे सहित कई राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ा गया है।
- इसके जरिए गुरुग्राम और दिल्ली में ट्रैफिक जाम कम करने और कनेक्टिविटी बेहतर बनाने का प्रयास किया गया है।
- इसे तीसरी रिंग रोड के रूप में डिजाइन किया गया है, जो इनर और आउटर रिंग रोड को जोड़ता है।
- कई इलाकों के जुड़ने से आने वाले समय में ये बड़ा लॉजिस्टिक हब बन सकता है।