सहारनपुर के थाना बेहट कस्बे में मिशन बंगला की भूमि को लेकर चल रहे विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने बेहट निवासी रॉबिन रिचर्ड की तहरीर पर पांच नामजद समेत 11 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि आरोपियो
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रॉबिन रिचर्ड ने बताया कि मिशन बंगला की ये संपत्ति मूल रूप से द बोर्ड ऑफ फौरन मिशन ऑफ दि प्रेस्बेटेरियन चर्च इन यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका संस्था के नाम दर्ज थी। 1947 में संस्था ने इसका बैनामा जेसी मैसी (सेक्रेट्री, बेहट मिशन) के नाम कर दिया था। इसके बाद ये संपत्ति रजिस्टर्ड वसीयत के माध्यम से जमीर उल हक को स्थानांतरित कर दी गई थी।
रॉबिन के अनुसार उन्होंने ये भूमि जमीर उल हक से खरीदी थी और इसके दो बैनामे 28 व 29 अप्रैल 2023 को अपने नाम कराए थे। आरोप है कि इसके बाद कुछ लोग इस संपत्ति पर अवैध कब्जे का प्रयास करने लगे।
नामजद आरोपियों में दिनेश दिवाकर निवासी बी-37 टीचर्स कॉलोनी पंसाली, उत्तर पश्चिम दिल्ली, रामेश्वर उपकारी निवासी जानसठ, धर्म मसीह निवासी पक्का बाग, खतौली, रवि नरीस निवासी राजपुर रोड, दिल्ली और संतोष सागर निवासी होशंगाबाद शामिल हैं।
रॉबिन का कहना है कि आरोपी खुद को चर्च ऑफ इंडिया, पाकिस्तान, बर्मा एवं सीलेन का पदाधिकारी बताकर संपत्ति पर दावा ठोंकते हैं। ये ठगी करने वाला गिरोह है जो ईसाई समुदाय की किसी भी संपत्ति को चर्च अथवा कब्रिस्तान की बताकर लोगों को ब्लैकमेल करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि गिरोह का सरगना संतोष सागर है, जो पहले भी चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया की संपत्ति को इंडियन चर्च ट्रस्टीज की बताकर बेचने के आरोप में जेल जा चुका है।
रॉबिन ने पुलिस को बताया कि आरोपी दिनेश दिवाकर समेत अन्य लोग लगातार उन्हें धमका रहे हैं और पांच करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग कर रहे हैं। रुपए न देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। कोर्ट के आदेश पर ये मुकदमा लिखा गया है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।