एमआईए एसएचओ को ज्ञापन देते विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ता।
अलवर MIA थाना क्षेत्र के गांव गोलेटा स्थित सैय्यद कॉलोनी में एमआईए थाना पुलिस ने बुधवार शाम को इसाई मिशनरी द्वारा संचालित एक हॉस्टल में छापामारा। यहां से छोटे बच्चों को शिक्षा के नाम पर धर्मांतरण कराने के मामले में 2 लोगों को डिटेन किया है। जिसमें गु
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आरोप है कि कच्ची बस्ती में रहने वाले व आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को हॉस्टल में रखकर शिक्षा देने और उन्हें पैसे का लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। पुलिस ने मौके से इसाई धर्म से जुड़े कुछ धार्मिक ग्रंथ व किताबें जब्त की हैं। वहीं विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंच कर नारेबाजी कर धर्मांतरण करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की मांग की।
एमआईए के थानाधिकारी अजीत सिंह बडासरा ने बताया कि सूचना पर धर्मांतरण के मामले में दो संदिग्ध लोगों को डिटेन किया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि अगस्त माह में सीकर में इसाई धर्म गुरु सेल्वाराज उर्फ सेल्बुराज ने कुछ लोगों का धर्मांतरण किया था। जिसमें अमृत का भी नाम है। जो फिलहाल जमानत पर है। वहीं विहिप के जिलाध्यक्ष डॉ. रामदयाल मीणा व महामंत्री बिजेंद्र खंडेलवाल ने एमआईए थाना पुलिस को शिकायत दी। जिसमें लिखा कि गोलेटा में इसाई मिशनरी के संचालित हॉस्टल में हिंदू समाज के छोटे बच्चों को हिंदू धर्म के विरोध में भड़का कर धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
हॉस्टल में रहने वाले बच्चों ने बताया कि हॉस्टल के फादर हिंदू देवी-देवताओं को नहीं मानते है। फादर बोलते है कि हिंदुओं के नकली भगवान है। असली भगवान ईसा मसीह है। ईसा मसीह की प्रार्थना से हमें स्वर्ग मिलता है और हिंदू देवी-देवताओं के नाम लेने से नर्क मिलता है। बच्चों ने बताया कि फादर बाल्टी में पानी भरकर देवी-देवताओं की मूर्तियों को पानी में डालते है।
पानी में मूर्ति डूब जाती है तो कहते है कि तुम्हारा भगवान स्वयं डूब गया है, वो तुम्हे कैसे बचाएगा। फिर ईसा मसीह का चिन्ह पानी में डालकर बताते है कि यह पानी में नहीं डूब रहा है। इसलिए मसीहा ईशु है। इसाई धर्म सच्चा धर्म है। थाना इंचार्ज पुलिस ने परिवाद दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
इसाई मिशनरी के हॉस्टल में अलवर सहित विभिन्न जगहों के करीब 52 बच्चे रहते हैं। जिनकी उम्र 6 से लेकर 17 वर्ष के बीच है। बच्चों का कहना था कि यहां हम रहकर पढ़ते हैं। हॉस्टल में अलवर जिले के अलावा हनुमानगढ़ व दिल्ली के बच्चे रहते हैं। जो अलग-अलग स्कूलों में पढ़ते हैं। बच्चों ने बताया कि हमें एक साल में 3 हजार रुपए देने होते हैं। संस्था हमारा पूरा खाने-पीने व रहने का पूरा खर्चा वहन करती है। महिला मारथा का कहना था कि यह हॉस्टल नया जीवन संस्था तमिलनाडु से संचालित है। संस्था के बड़े सर ने मेरे पति अमृत का पिछले 2 माह पहले ही यहां पर स्थानांतरण किया था।
. इंटेलिजेंस ब्यूरो के इनपुट पुलिस की कार्रवाई : सूत्रों के अनुसार, इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी ) के इनपुट एमआईए थाना पुलिस ने हॉस्टल में दबिश दी है। आईबी के पास पिछले कई माह से इसाई मिशनरी के गांव गोलेटा में संचालित हॉस्टल में धर्मांतरण की सूचना मिली रही थी। आईबी ने इस संबंध में पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस मामले को लेकर सक्रिय हुई। पुलिस ने हॉस्टल पर दबिश देकर दो लोगों की पहचान की है। जिसमें फादर अमृत है और दूसरा आरोपी सोनू रायसिख केयर टेकर है।