उन्नाव1 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

उन्नाव और हरदोई की सीमा पर गंगा नदी की बाढ़ ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनी सड़क को काट दिया है। इससे करीब 50 गांवों के हजारों लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है।
पिछले 25 दिनों से यह मार्ग पूरी तरह बंद है। स्थानीय लोगों ने मजबूरी में बल्लियों और लकड़ियों से एक अस्थायी पुल बनाया है। लोग जान जोखिम में डालकर इस पुल से पैदल और मोटरसाइकिल से आवाजाही कर रहे हैं।
यह सड़क बांगरमऊ क्षेत्र के गांव गहरपुरवा से होते हुए हरदोई जनपद को जोड़ती है। यह मार्ग उन्नाव और हरदोई के साथ-साथ कन्नौज जिले के ग्रामीणों के लिए भी महत्वपूर्ण है। पिछले महीने गंगा में आई बाढ़ के दौरान नोनार गांव के पास सड़क का बड़ा हिस्सा बह गया। तीन तस्वीरों में देखिए जुगाड़ का रास्ता…



स्थानीय निवासियों के अनुसार यह मार्ग दशकों से दोनों जिलों का मुख्य संपर्क साधन रहा है। सड़क टूटने से दूर से आने वाले लोगों को विशेष परेशानी हो रही है। कई लोग मार्ग बंद होने के कारण बीच रास्ते से ही लौट रहे हैं।
ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन का ध्यान इस ओर खींचा है। लेकिन अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है। अस्थायी पुल से रोजाना सैकड़ों लोग गुजरते हैं। चार पहिया वाहनों को लंबा वैकल्पिक मार्ग लेना पड़ रहा है।
इस समस्या का असर स्थानीय व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर भी पड़ा है। बच्चों को स्कूल जाने में कठिनाई हो रही है। मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो गया है।