पानी के तेज बहाव के कारण मक्के के एक खेत में मगरमच्छ घुस आया।
धरियावद रेंज के साठपुरा गांव में सोमवार देर शाम एक 5 फीट लंबा और करीब 35 किलो वजनी मगरमच्छ किसान के खेत में घुस गया। खेत में मक्का तोड़ने गया किसान जब मगरमच्छ के पास पहुंचा, तो उसने तेज आवाज की। डर के मारे किसान खेत से भाग खड़ा हुआ और गांव वालों को स
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रेंजर प्रशांत शर्मा ने बताया कि किसान की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। खेत में खड़ी फसल और अंधेरा होने के कारण मगरमच्छ को ढूंढना और पकड़ना आसान नहीं था। जैसे ही टीम उसे पकड़ने की कोशिश करती, वह फसलों के बीच छिप जाता था।

डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद मगरमच्छ का रेस्क्यू हो पाया।
रात के अंधेरे में टॉर्च की रोशनी से ढूंढा गया मगरमच्छ को
टीम ने सबसे पहले खेत का एक हिस्सा साफ किया और फिर टॉर्च की रोशनी में खोज शुरू की। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग के करीब 8 से 10 कर्मचारी शामिल थे। गांव के लोगों ने भी मौके पर मौजूद रहकर टीम का सहयोग किया।
करीब डेढ़ घंटे की मेहनत के बाद मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ा गया। रेस्क्यू के बाद उसे पास के दातलिया डेम में छोड़ दिया गया, ताकि वह अपने प्राकृतिक माहौल में सुरक्षित रह सके।

रेस्क्यू के दौरान काफी भीड़ जमा हो गई थी।
तेज पानी के बहाव में मगरमच्छ पहुंचा गांव
रेंजर शर्मा ने बताया कि बारिश के मौसम में मगरमच्छ अक्सर तेज पानी के बहाव में गांवों तक पहुंच जाते हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि इस तरह की स्थिति में डरें नहीं, और बिना देरी किए वन विभाग को सूचना दें।
गांव के लोगों ने वन विभाग की तत्परता की तारीफ की और कहा कि यदि टीम समय पर नहीं आती, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। गनीमत रही कि न तो किसी इंसान को चोट पहुंची, और न ही जानवर को कोई नुकसान हुआ।

मगरमच्छ को रेस्क्यू के बाद सुरक्षित डेम में छोड़ दिया गया।