डूंगरपुर में 209 स्कूल भवन और 2 हजार कक्षा-कक्ष जर्जर।
डूंगरपुर के कई सरकारी स्कूल और कमरों की हालत खस्ता है। झालावाड़ में स्कूल हादसे ने बाद सरकार ओर प्रशासन की ओर से सर्वे करवाया। इसमें डूंगरपुर जिले में 209 स्कूलो के भवन पूर्ण रूप से जर्जर मिले है। इसके साथ 2 हजार 252 स्कूलों के 2 हजार से अधिक कक्षा-क
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मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राणछोड़लाल डामोर ने बताया कि झालावाड़ स्कूल के हुए हादसे के बाद सरकार की ओर से डूंगरपुर जिले में जर्जर स्कूल भवनों के सर्वे करवाने के निर्देश मिले थे। सरकार की ओर से मिले निर्देश पर जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग ने सभी 2 हजार 252 स्कूलों का सर्वे करवाया।
सर्वे में डूंगरपुर जिले में 209 स्कूल भवन पूर्ण रूप से जर्जर मिले है। जिसमें 183 पीएस, 16 यूपीएस व 10 स्कूल भवन सीनियर सेकेंड्री के है। इसमें सर्वाधिक जर्जर स्कूल भवन बिछीवाड़ा ब्लाक में 59 है। जबकि डूंगरपुर जिले के साबला ब्लाक में एक भी स्कूल का भवन पूर्ण जर्जर नहीं मिला है।

सर्वे में डूंगरपुर जिले में 209 स्कूल भवन पूर्ण रूप से जर्जर मिले।
2 हजार 252 स्कूलों के 2687 कमरे जर्जर व 4455 कमरों को मरम्मत की जरूरत मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रणछोड़ लाल डामोर ने बताया कि स्कूलों के करवाए गए सर्वे में 2 हजार 252 स्कूलों के 2 हजार 687 कमरे पूर्ण रूप से जर्जर मिले है। जबकि इन स्कूलों के 4 हजार 455 कमरे ऐसे मिले है जिनको मरम्मत की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि फिलहाल जो स्कूल भवन पूर्ण रूप से जर्जर मिले है। उन स्कूलों के संचालन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। वहीं, सभी जर्जर स्कूल भवनों के नए निर्माण, जर्जर कमरों के निर्माण व मरम्मत योग्य कमरों की मरम्मत के लिए प्रस्ताव स्थानीय स्तर से बनाकर राज्य सरकार को भेजे गए है। स्वीकृति आने के बाद इनका काम शुरू सकेगा।
पहले प्रस्तावों में 46 स्कूल भवनों में मरम्मत कार्य के लिए मिली स्वीकृति मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रणछोड़ लाल डामोर ने बताया कि पूर्व झालावाड़ हादसे पहले डूंगरपुर शिक्षा विभाग की ओर से मरम्मत योग्य 46 स्कूलों के प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजे गए थे। सरकार की ओर से इन प्रस्तावों की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। जिसमे रूफ रिप्लेसमेंट, प्लास्टर, फ्लोरिंग, स्लैब चेंज, चाइना मोजेक, रूफ ट्रीटमेंट सहित कई प्रकार के कार्यों पर 3 करोड़ 95 लाख की स्वीकृति मिली है। वित्तीय स्वीकृति आने के बाद टेंडर लगाकर काम शुरू किया जाएगा।

डूंगरपुर के कई सरकारी स्कूलों के 4455 कमरों को मरम्मत की जरूरत।