नई दिल्ली8 मिनट पहले
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भारत ने शुक्रवार को सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच हुए रक्षा समझौते पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि सऊदी अरब हमारे साथ अपने रिश्तों को ध्यान रखेगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की आतंकियों से सांठगांठ है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा- भारत और सऊदी अरब के बीच पिछले कुछ वर्षों में रणनीतिक साझेदारी बहुत मजबूत हुई है। हम उम्मीद करते हैं कि यह साझेदारी आपसी हितों और संवेदनशीलता का ध्यान रखेगी।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 17 सितंबर को एक रक्षा समझौता किया है। इसमें एक देश पर हमला दूसरे पर हमला माना जाएगा।
भारत बोला- पाकिस्तान और आतंकियों में गठजोड़
जायसवाल ने आतंकी संगठन जैश और लश्कर के साथ पाकिस्तान के संबंधों पर कहा कि दुनिया पाकिस्तानी सेना के आतंकवादियों के साथ सांठगांठ को अच्छे से जानती है।
जायसवाल ने जोर देकर कहा- आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का स्टैंड क्लियर है। सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ ग्लोबल समुदाय को एकजुट होकर कठोर कदम उठाने होंगे। हम दुनिया से अपील करते हैं कि आतंकवाद से निपटने के लिए अपनी कोशिशों को और तेज किया जाए।
ईरान के चाबहार पोर्ट पर भी बयान दिया
अमेरिका ने हाल में ही ईरान के चाबहार पोर्ट को मिली छूट खत्म कर दी है। 29 सितंबर से इससे जुड़ी कंपनियों पर जुर्माना लगेगा। यह पोर्ट 10 साल के लिए भारत के पास लीज पर है।
इसे लेकर रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमने चाबहार बंदरगाह के लिए प्रतिबंधों में छूट रद्द करने के मामले अमेरिकी प्रेस रिलीज देखी है। हम फिलहाल भारत पर इसके असर की जांच कर रहे हैं।
चाबहार को 2018 में अफगानिस्तान की मदद और विकास के लिए छूट मिली थी। भारत इस बंदरगाह को अफगानिस्तान और सेंट्रल एशिया तक पहुंचने के लिए इस्तेमाल करता है, ताकि पाकिस्तान से न गुजरना पड़े।
