नारनौल के लेखकों की पुस्तक का विमोचन करते हुए केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान।
महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल के डा. निखिल यादव व डा. अनन्या यादव की पुस्तक लिविंग द विवेकानंद वे प्रेक्टिकल स्प्रीचुअल फोर मॉडर्न इंडिया का विमोचन आज केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया। यह कार्यक्रम दिल्ली विश्वविद्यालय के शंकरलाल हॉल नॉर्थ
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इस अवसर पर डा. निखिल यादव ने बताया कि स्वामी विवेकानंद के जीवन, शिक्षाओं और उनके सार्वकालिक संदेश को आधुनिक भारत की चुनौतियों और संभावनाओं के परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत किया है। कार्यक्रम में रूपा पब्लिकेशन के प्रबंध निदेशक कपिश मेहरा तथा बड़ी संख्या में विद्वान, प्राध्यापक और स्टूडेंट उपस्थित रहे।

पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में मौजूद लोग।
मंत्री ने दी दोनों को बधाई
विमोचन के अवसर पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दोनों युवा लेखकों को बधाई देते हुए कहा कि इस पुस्तक ने स्वामी विवेकानंद की वेदों और उपनिषदों में निहित गुढ़ शिक्षाओं को आज की पीढ़ी के लिए व्यावहारिक जीवन सूत्रों में ढाल दिया है। उन्होंने कहा कि यह विशेष रूप से हमारी युवा पीढ़ी और जेनरेशन-जेड के लिए प्रेरणा स्त्रोत है।
उत्तर क्षेत्रिय सह प्रमुख के पद पर कार्यरत
डॉ. निखिल यादव नारनौल के रहने वाले हैं और वर्तमान में विवेकानंद केंद्र, कन्याकुमारी के उत्तर क्षेत्र के सह-प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं। इस भूमिका में वे दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में केंद्र की विविध गतिविधियों का नेतृत्व कर रहे हैं।
कई पुस्तकों का कर चुके लेखन
डॉ. यादव अब तक “अमृत काल में स्वामी विवेकानंद की प्रासंगिकता” और “Influence of Ramakrishna-Vivekananda Movement on Gandhi” जैसी महत्वपूर्ण पुस्तकों का लेखन कर चुके हैं। युवाओं के सशक्तिकरण, शिक्षा और सांस्कृतिक जागरण में उनका सक्रिय योगदान है।
उनके नेतृत्व में “Young India: Know Thyself” जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से दिल्ली-एनसीआर के 1.5 लाख से अधिक विद्यार्थियों तक पहुंचा गया है।