नई दिल्ली50 मिनट पहले
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IAF चीफ एपी सिंह ने 93वें एयरफोर्स डे सेलिब्रेशन से पहले मीडिया से बात की।
वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल एपी सिंह ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान की तरफ से भारत के जेट गिराने के दावे सिर्फ मनोहर कहानियां जैसे हैं। अगर उनके पास कोई सबूत हैं तो दिखाएं। भारत ने उनके पांच फाइटर जेट तबाह किए हैं, जिसमें F16 और J17 भी शामिल है।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एपी सिंह ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में 300 किमी अंदर घुसकर हमला किया। पहलगाम अटैक के बाद हमने तय किया कि उन्हें इसकी कीमत चुकानी ही होगी। सेना को खुली छूट दी गई थी। हमने सटीकता से हमला किया। बाद में पाकिस्तान खुद युद्धविराम के लिए आगे आया।
यह दूसरी बार है, जब एयरफोर्स चीफ ने पाकिस्तान के हुए नुकसान की जानकारी दी। इससे पहले 9 अगस्त को उन्होंने बताया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के 5 लड़ाकू विमान गिराए गए थे। इसके अलावा एक सर्विलांस एयरक्राफ्ट को लगभग 300 किलोमीटर की दूरी से मार गिराया। यह सतह से हवा में टारगेट हिटिंग का अभी तक का रिकॉर्ड है।

एयरफोर्स चीफ की स्पीच, 5 बड़ी बातें…
- पाक के दावों पर मैं बात क्यों करूं: अगर उन्हें लगता है कि उन्होंने हमारे (भारत) 15 जेट मार गिराए हैं, तो उन्हें सोचने दीजिए। मैं इसके बारे में बात क्यों करूं? आज भी, मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा कि क्या हुआ, कितना नुकसान हुआ, कैसे हुआ, क्योंकि उन्हें पता करने दीजिए। क्या आपने एक भी तस्वीर देखी है जहां हमारे किसी एयरबेस पर कुछ गिरा हो, हमें कोई टक्कर लगी हो, कोई हैंगर तबाह हुआ हो, या ऐसा कुछ?
- ये उनकी मनोहर कहानियां हैं: हमने उन्हें उनकी जगहों की इतनी सारी तस्वीरें दिखाईं। लेकिन, वे हमें एक भी तस्वीर नहीं दिखा पाए। ये उनकी कहानी ‘मनोहर कहानियां’ है। उन्हें खुश रहने दीजिए, आखिरकार, उन्हें भी अपनी इज्जत बचाने के लिए अपने लोगों को कुछ तो दिखाना ही है। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
- पाकिस्तान को काफी नुकसान पहुंचाया: जहां तक पाकिस्तान के नुकसान का सवाल है। हमने बड़ी संख्या में उनके हवाई अड्डों और प्रतिष्ठानों पर हमला किया। इन हमलों के कारण, कम से कम चार स्थानों पर रडार, दो स्थानों पर कमांड और कंट्रोल सेंटर, दो जगह पर रनवे क्षतिग्रस्त हो गए। इसके अलावा तीन हैंगर भी नष्ट किए और कम से कम 4 से 5 लड़ाकू विमान भी तबाह किए गए
- पाकिस्तान में नए आतंकी अड्डे बन रहे: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों के नए अड्डे बनाने की खबरों पर एपी सिंह ने कहा, जाहिर है, यह होना ही था। हमें भी खबर मिल रही है वे शायद बड़े ढांचे बनाने की बजाय छोटे-छोटे ढांचे बना रहे हैं। लेकिन फिर भी हम उन्हें और उनके ठिकानों को नष्ट कर सकते हैं। इसलिए, हमारे विकल्प नहीं बदले हैं।
- हमने लक्ष्य के साथ युद्ध खत्म किया: भारतीय सेना को स्पष्ट संदेश दिया गया था। यह एक सबक है जो इतिहास में दर्ज होगा कि यह एक ऐसा युद्ध था जो एक लक्ष्य के साथ शुरू किया गया था और इसे बिना बढ़ाए तुरंत खत्म कर दिया गया।हम देख रहे हैं कि दुनिया में क्या हो रहा है, जो दो युद्ध (रूस-यूक्रेन और इजराइल-हमास) चल रहे हैं, उन्हें खत्म करने की कोई बात नहीं हो रही है, लेकिन हमने अपनी लड़ाई को उस स्थिति तक पहुंचाया, जहां दुश्मन युद्धविराम की मांग करने लगा। मुझे लगता है कि यह कुछ ऐसा है जो दुनिया को हमसे सीखने की जरूरत है।

9 अगस्त को एयरफोर्स चीफ बोले थे- सेना को खुली छूट दी गई थी 9 अगस्त को एयरफोर्स चीफ ने कहा था कि सफलता का एक प्रमुख कारण राजनीतिक इच्छाशक्ति का होना था। हमें बहुत स्पष्ट निर्देश दिए गए थे। हमें खुली छूट थी। हमने तय किया कि कितना आगे बढ़ना है। हमें योजना बनाने और उसे लागू करने की पूरी आजादी थी। तीनों सेनाओं के बीच कोऑर्डिनेशन था। CDS के पद ने वास्तव में अंतर पैदा किया। वह हमें एकसाथ लाने के लिए मौजूद थे।
यह एक उच्च तकनीक वाला युद्ध था। 80 से 90 घंटे के युद्ध में हम इतना नुकसान कर पाए कि उन्हें (पाकिस्तान) साफ पता चल गया था कि अगर वे इसे जारी रखेंगे तो उन्हें इसकी और भी अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी इसलिए वे आगे आए और हमारे DGMO को संदेश भेजा कि वे बात करना चाहते हैं। हमारी ओर से इसे स्वीकार कर लिया गया।
ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानिए…. भारत ने 7 मई को रात डेढ़ बजे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकियों के 9 ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। सेना ने कहा था कि इस स्ट्राइक में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे। पाकिस्तान के सरकारी मीडिया के मुताबिक, भारत ने कोटली, बहावलपुर, मुरीदके, बाग और मुजफ्फराबाद में अटैक किया थे। इसमें आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हेडक्वॉर्टर और जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर का ठिकाना भी शामिल था।





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CDS से सवाल- पाकिस्तान ने कितने भारतीय फाइटर जेट गिराए: जनरल चौहान ब्लूमबर्ग से बोले- महत्वपूर्ण यह नहीं- विमान गिरे, जरूरी यह- क्यों गिरे

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान ने 31 मई को सिंगापुर में पाकिस्तान के साथ संघर्ष में भारतीय फाइटर जेट गिरने के दावों पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि असली मुद्दा यह नहीं है कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह है कि वे क्यों गिरे? CDS ने यह बात ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में कही। वे यहां शांगरी-ला डायलॉग कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। पूरी खबर पढ़ें…