Son flees from Charbagh after killing his mother | मां की हत्या के बाद चारबाग से भागा बेटा: लोन व गेम में पैसा हारने की संभावना, बाइक पार्किंग से मिली, आसपास तलाश में लगी टीम – Lucknow News

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लखनऊ के रायबरेली रोड स्थित कल्ली पश्चिम के बाबू खेड़ा यादव गांव में डेयरी संचालक रमेश यादव की पत्नी रेनू की हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है। हत्या के बाद से फरार उनका बेटा निखिल ऑनलाइन गेम्स का शौकीन था। गेम खेलने के दौरान लाखों रुपए हारने की सं

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चारबाग पार्किंग स्ट्रैंड पर मिली बाइक

हत्या के बाद से फरार चल रहे निखिल की बाइक चारबाग स्थित एक पार्किंग स्टैंड पर खड़ी मिली है, जिससे पुलिस का शक और गहरा गया है। पुलिस की चार टीमें उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं। जांच में जुटी टीम ने निखिल की कॉल डिटेल्स खंगाली तो कई संदिग्धों के नंबर सामने आए। पुलिस ने उनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है, जिनसे महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।

मां रेनू का अंतिम संस्कार करने ले जाते दोनों छोटे बेटे।

मां रेनू का अंतिम संस्कार करने ले जाते दोनों छोटे बेटे।

दोस्त को हिरासत में लेकर पूछताछ की

अरूण नाम के दोस्त को पुलिस ने हिरासत में लिया है। घटना के बाद निखिल लगातार उसको कॉल करता रहा। उधर, पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार देर शाम रेनू का अंतिम संस्कार कड़ी पुलिस सुरक्षा में किया गया। शुक्रवार शाम रेनू का शव घर के अंदर खून से लथपथ मिला था। पास में खून से सना सिलेंडर पड़ा था, जिससे सिर पर वार किए जाने की आशंका जताई गई थी।

घटनास्थल पर डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल, जेसीपी कानून व्यवस्था बबलू कुमार और फोरेंसिक टीम ने पहुंचकर साक्ष्य जुटाए थे। निखिल में काफी होशियार था लेकिन ऐसा क्यों किया इसकी जानकारी नहीं है। उसके पकड़े जाने पर पूरे मामले से पर्दा उठने की उम्मीद है।

घटनास्थल पर डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल, जेसीपी कानून व्यवस्था बबलू कुमार और फोरेंसिक टीम ने पहुंचकर साक्ष्य जुटाए थे।

घटनास्थल पर डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल, जेसीपी कानून व्यवस्था बबलू कुमार और फोरेंसिक टीम ने पहुंचकर साक्ष्य जुटाए थे।

सिर पर तीन से चार वार, हड्डी टूटी

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि रेनू के सिर पर भारी वस्तु से तीन से चार वार किए गए थे। प्रहार इतने तेज थे कि सिर की हड्डी टूट गई, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव होने पर मौत हुई।

अपहरण की कहानी, जो खुद ही उलझ गई

हत्या के बाद निखिल ने अपने मामा और दोस्त को फोन कर कहा “मुझे बचा लो… लोग मेरा पीछा कर रहे हैं। दोस्त अरुण को उसने साढ़े चार बजे कॉल करके बोला, मेरा अपहरण हो गया है… मार देंगे। लेकिन इसके बाद उसका फोन बंद हो गया। पुलिस को निखिल की बातों में कई झोल मिले। सीसीटीवी फुटेज में निखिल घर से बिल्कुल शांत तरीके से बाइक चलाकर निकलता हुआ दिखा। चेहरे पर न डर, न घबराहट।

पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिली है। इसमें मृतका के जिस बेटे को लापता बताया गया है, वह 3.59 बजे घर से आराम से जाते हुए दिख रहा है।

पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिली है। इसमें मृतका के जिस बेटे को लापता बताया गया है, वह 3.59 बजे घर से आराम से जाते हुए दिख रहा है।

दो जगह दिखा CCTV में बेटा निखिल

पहली बार निखिल घर के पास लगे कैमरे में दिखा बैग टांगे, बाइक से बाहर निकलता हुआ। दूसरी बार उसे तेलीबाग चौराहे पर बाइक चलाते हुए आराम से सड़क पार करते देखा गया। दोनों जगहों पर वह बिल्कुल सामान्य दिखा, चेहरे पर किसी डर या दबाव के निशान नहीं। पुलिस मान रही है कि निखिल का अपहरण हुआ होता तो वह इस तरह शांत और सहज नहीं दिखता। इन फुटेज के बाद पुलिस का शक और गहरा हो गया है।

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