पंचकूला पुलिस गिरफ्त में आरोपी।
पंचकूला पुलिस ने NRI की पुश्तैनी संपत्ति को हड़पने के लिए जाली वसीयत तैयार कर कब्जा करने के मामले में पुलिस ने आरोपी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान सेठी लाल निवासी लुधियाना पंजाब के रूप में हुई है। आरोपी को आज कोर्ट में पेश कर एक दिन के पुलिस रि
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पंचकूला सेक्टर-2 अर्बन एस्टेट निवासी रणजोध सिंह ने बताया कि यह यूके पुलिस से रिटायर्ड है। वर्तमान में यूके के डर्बी शहर में रहता है। साल 1996 में एचयूडीए द्वारा सेक्टर-2 अर्बन एस्टेट की उनकी प्रॉपर्टी मेरे पिता महंगा राम के नाम अलॉट की गई थी। जब मेरे रिलेटिव HSVP ऑफिस पंचकूला पहुंचे तो पता चला कि उक्त प्लॉट रोहित नामक व्यक्ति के नाम दर्ज है।
साल 2008 में तैयार हुई जाली वसीयत
जांच में सामने आया कि आरोपी ने वर्ष 2008 की तारीख में जाली वसीयत तैयार कर इस संपत्ति को अपने नाम करवाया है। इस पर पुलिस ने 7 जुलाई को थाना सेक्टर-5 में भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 336(2), 336(3), 338, 340 और 61 के तहत मामला दर्ज किया। वर्ष 2012 में महंगा राम की मृत्यु हो गई थी। 25 अगस्त को पुलिस टीम ने सब रजिस्ट्रार लुधियाना वेस्ट से आरोपी द्वारा तैयार की गई जाली वसीयत का रिकॉर्ड प्राप्त किया। जब तहसील में इसकी जांच की गई तो कोई रिकॉर्ड नहीं मिला।
फतेहाबाद निवासी युवक पूछताछ में किया खुलासा
पुलिस ने आरोपी रोहित कुमार पुत्र बंत राम, निवासी जिला संगरूर (पंजाब), हाल निवासी फतेहाबाद को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। पूछताछ में उसने बताया कि पिता बंतराम और शिकायतकर्ता के पिता महंगा राम घनिष्ठ मित्र थे। महंगा राम ज्यादातर विदेश में रहते थे और भारत आने पर उनके घर पर ठहरते थे। इसी कारण घर की देखरेख और चाबी भी उसके पास रहती थी।
कोठी हड़पने को बनवाए दस्तावेज
महंगा राम के बच्चे कभी भारत नहीं आते थे। लालच में उसने जाली दस्तावेज तैयार करवाए। साथ ही प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हुए उसने वसीयत को अपने नाम दिखाकर कोठी हड़पने की कोशिश की। पूछताछ के दौरान ही दूसरे आरोपी सेठी लाल की भूमिका के बारे में पता चला था। आरोपी काफी समय से फरार चल रहा था।जांच अधिकारी एएसआई निर्मल द्वारा मामले में तफ्तीश जारी है।