वीडियो व सुसाइड नोट अपलोड करने वाला दुकानदार।
लुधियाना की सीएमसी कॉलोनी भामियां रोड में रहने वाले एक युवक ने दो पेज का सुसाइड नोट और एक वीडियो अपलोड किया। वीडियो व सुसाइड नोट अपलोड करने के बाद वह लापता हो गया। परिवार उसे ढूंढने में लगा है।
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सुसाइड नोट अपलोड करने वाले युवक का नाम अजय कुमार हे और व सीएमसी कॉलोनी भामियां रोड पर सेनेटरी की दुकान चलाता है। उसने सुसाइड नोट में विक्की नाम के व्यक्ति को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। उसने विक्की नाम के व्यक्ति पर आठ लाख रुपए की ठगी का आरोप लगाया है। परिवार ने इस मामले की शिकायत थाना जमालपुर में दे दी है।

सुसाइड नोट का पहला पेज जिसे लिखकर मोबाइल से 1.17 बजे फोटो क्लिक की गई।
दुकान दिलाने के नाम पर लिए थे 8 लाख रुपए
सुसाइड नोट में दुकानदार ने लिखा है कि विक्की नाम के व्यक्ति ने उससे दुकान दिलाने के नाम पर आठ लाख रुपए लिए। उसके बाद उसने न तो दुकान दी और न ही पैसे वापस दिए। बार बार पैसे मांगने के बाद भी उसने पैसे वापस नहीं दिए जिससे वो मानसिक तनाव में आ गया।
सरपंच के सामने दो मीटिंगें हुई
सुसाइड नोट में दुकानदार ने लिखा है कि यह मामला सरपंच के पास पहुंचा तो दो बार बैठक हुई। बैठक के बावजूद उसने पैसे वापस नहीं दिए। दूसरी बैठक में उसने दबाव बनाकर किस्तों में पैसे देने को कहा। पैसे न मिलने के कारण उसकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई। धोखाधड़ी व आर्थिक स्थिति खराब होने से व परेशान हो गया। इसलिए वो अपनी जीवनलीला समाप्त कर रहा हे।

दुकानदार द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट का दूसरा पेज।
अभी तक नहीं लगा कोई सुराग
सुसाइड नोट व वीडियो अपलोड करने वाले दुकानदार का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। परिवार ने थाने में लापता की सूचना दी है। जमालपुर थाना पुलिस का कहना है कि दुकान के परिजनों ने लापता की शिकायत दी है। उसे ढूंढने की कोशिश की जा रही है।
दुकानदार ने वीडियो में यह कहा
विक्की ने दुकान के नाम पर आठ लाख रुपए की ठगी मारी। इसमें उसका परिवार भी शामिल है। इस विषय में मैं पहले ही कुछ करने की सोच रहा था। लोगों के समझाए मुताबिक मैं सरपंच साहब के पास गया। पहली मीटिंग हुई। उसमें थोड़ा बहुत समझौता हो गया।
जो दूसरी मीटिंग हुई उसमें बहला फुसला के मेरे को झांसे में लेकर मेरी पेमेंट की बेकदरी की गई। एक पक्ष का फैसला सुनाया गया। उससे मेरा मेंटल हेल्थ और फाइनेंशियल प्रोब्लम आई। उसकी वजह से मैं आत्महत्या की कोशिश करने लगा हूं। इसके जिम्मेदार विक्की व विक्की का परिवार है।
जिन्होंने सोची समझी साजिश के तहत मेरे साथ आठ लाख रुपए की ठगी मारी है। जब मैं पेमेंट वापसी के लिए गया मेरे साथ समझौते के तहत पेमेंट किस्तों में बांध ली जबकि इनको चाहिए था कि पेमेंट थोड़ी बहुत कैश देते बाकी थोड़ा बहुत समय दे सकते थे।