कैंपस में होली खेलते का यह फोटो एएमयू इंतजामिया की ओर से जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि हर साल छात्र होली खेलते हैं, इसके लिए अनुमति की जरूरत नहीं है।
एएमयू में चल रहे होली खेलने के विवाद पर यूनिवर्सिटी की ओर से शुक्रवार को विराम लगाया गया है। यूनिवर्सिटी की ओर से घोषणा कर दी गई है कि जो भी छात्र होली खेलना चाहते हैं, वह एनआरएससी हॉल में आकर रंग गुलाल उड़ा सकते हैं।
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होली खेलने के लिए एएमयू का एनआरएससी हॉल 13 और 14 मार्च को खुला रहेगा और किसी के रंग खेलने पर कोई आपत्ति नहीं रहेगी। इसके अलावा छात्र कैंपस में कहीं पर भी होली खेल सकते हैं। लेकिन एनआरएससी हॉल और कैंपस में सिर्फ यूनिवर्सिटी के छात्रों को ही होली खेलने की अनुमति होगी। किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश यहां वर्जित होगा।
अनुमति न मिलने पर शुरू हुआ था विवाद
एएमयू के एलएलएम छात्र अखिल कौशल ने होली मिलन समारोह करने के लिए प्रॉक्टर से अनुमति मांगी थी। छात्र ने 10 मार्च को एनआरएससी हॉल में यह कार्यक्रम करने की मांग की थी। लेकिन प्रॉक्टर की ओर से अनुमति देने से इनकार कर दिया गया था।
इसके पीछे यह तर्क दिया गया था कि यूनिवर्सिटी में कोई नई परंपरा नहीं शुरू की जाएगी। जिसके बाद विवाद छिड़ गया था और सोशल मीडिया से लेकर राजनैतिक नेताओं तक ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दी थी। करणी सेना समेत अन्य हिंदुत्व वादी संगठन यूनिवर्सिटी के इस फैसले के विरोध में आ गए थे।
पुलिस के दखल के बाद मिली अनुमति
एएमयू में होली खेलने का प्रकरण लगातार गरमाने के बाद पुलिस प्रशासन की ओर से एएमयू के अधिकारियों से बातचीत की गई। पुलिस के दखल के बाद शुक्रवार शाम को यह घोषणा कर दी गई कि 13 और 14 मार्च को एएमयू का एनआरएससी हॉल होली खेलने के लिए खुला रहेगा।
एनआरएससी हॉल के प्रोवोस्ट प्रो. बीबी सिंह ने बताया कि दो दिन तक हॉल में होली खेलने पर कोई पाबंदी नहीं है। छात्र दोनों दिन होली खेल सकते हैं, वह कैंपस में भी होली खेल सकते हैं। लेकिन किसी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित होगा। अगर कोई बाहरी व्यक्ति यहां मिलता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उसे पुलिस को भी सौंप दिया जाएगा।