औरंगजेब एक ईमानदार शासक रहा है। उसने करीब 200 से अधिक मंदिरों को जागीरें दी। पहले उन पर बुलडोजर चलाएं और उन्हें खत्म करें, तब जाकर औरंगजेब की बात करें। आज की सरकार ज्यादा क्रूर है। लंबे अर्से से मुसलमानों को टारगेट करने का प्लान चल रहा है। ये बातें स
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उन्होंने कहा- औरंगजेब का मसला लाने का मतलब हैं कि किस तरह से मुसलमानों को परेशान किया जाए। किस तरह से उन पर हमले किए जाए। इसे लेकर रोज एक नया एजेंडा तलाश किया जा रहा है। कभी मस्जिदों का एजेंडा तो कभी मस्जिदों के नीचे किसी मंदिर होने का एजेंडा तो कभी वक्फ बोर्ड का मसला लाते हैं।
संभल में भी इन लोगों ने मौका तलाशा संभल में भी यही हुआ। उन लोगों ने मौका तलाशा। पहली दफा में सर्वे हुआ तो कोई मुसलमान नहीं निकलकर आए। इसके बाद रविवार रात को दोबारा सर्वे कराने के आदेश दिए गए। दूसरे सर्वे का ऑर्डर देने का मतलब ही था कि कोई बड़ी साजिश थी।
बड़ी साजिश के तहत दूसरा सर्वे कराया गया कि मुसलमान बाहर निकलें और हमें गोली चलाने का मौका मिले। ऐसा ही हुआ। नागपुर में भी ऐसा ही हुआ। मैं कहता हूं कि ये सब सरकार की सरपरस्ती में हो रहा है। सरकार ऐसे लोग को बढ़ावा दे रही है।
सरकार देश में अराजकता फैलाना चाहती है उन्होंने कहा- ये लोग जानते हैं कि कौन क्रूर है और कौन नहीं। बल्कि आज के शासक ज्यादा क्रूर हैं। चाहे आसाम हो, यूपी हो या फिर केंद्र हो। ये उससे ज्यादा क्रूर हैं और सिर्फ औरंगजेब को निशाना बनाने का मतलब ये लोग देश में अराजकता फैलाना चाहते हैं।
मुगल कभी लुटेरे नहीं रहे उन्होंने कहा- मुगल कभी लुटेरे नहीं रहे। बल्कि ये अंग्रेजों से भी बड़े लुटेरे हैं। पिछले 10 साल में भाजपा की सरकार में कई लाखों करोड़ों रुपए लेकर व्यवसायी लेकर विदेश लेकर गए। इनका मकसद केवल मुसलमानों को निशाना बनाना है।