Punjab Ludhiana SAD Factionalism News| SAD Leader Maheshinder Singh Grewal Dispute Sri Akal Takht Sahib SAD MLA Manpreet Singh Ayali News | लुधियाना में अकाली दल की गुटबाजी हुई जगजाहिर: MLA अयाली पर भड़के महेशइंदर ग्रेवाल; बोले-AAP सरकार से हुई बैठकों का करें खुलासा – Ludhiana News

Actionpunjab
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शिअद सीनियर नेता महेशइंदर सिंह ग्रेवाल।

लुधियाना में शिरोमणि अकाली दल की गुटबाजी जगजाहिर हो गई है। एसएडी के वरिष्ठ नेता महेशइंदर सिंह ग्रेवाल ने शनिवार को बागी अकाली मनप्रीत सिंह अयाली से मांग की कि वह श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम बनाने की शक्ति आप सरकार को सौंप

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जिस तरह से मनप्रीत अयाली ने सिखों की सर्वोच्च धार्मिक सीट के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम बनाने पर चर्चा शुरू करने के लिए आप मंत्री हरजोत बैंस के साथ मिलीभगत की वह उसकी निंदा करते है।

शिअद विधायक मनप्रीत सिंह अयाली।

शिअद विधायक मनप्रीत सिंह अयाली।

अयाली ने सिख समुदाय की भावनाओं को पहुंचाई ठेस

महेशइंदर ग्रेवाल ने कहा कि अयाली की इस हरकत से सिक्ख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है, जो इस बात से दुखी हैं कि अयाली सोचते हैं कि राज्य विधानसभा पवित्र तख्त से ऊपर है और इसे अधीन करने का अधिकार रखती है।

सुधार लहर के नेता इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करे

अयाली को सिक्ख संगत से अपने इस कार्य की माफी मांगनी चाहिए। ग्रेवाल ने कहा कि सुधार लहर के अन्य नेताओं से भी स्पष्ट रूप से यह बताना चाहिए कि वह अयाली के रुख का समर्थन करते हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि सुधार लहर के नेताओं ने दावा किया है कि वे श्री अकाल तख्त साहिब का बहुत सम्मान करते हैं, लेकिन अयाली द्वारा संस्था के अपमान पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

इस कारण उन्हें अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए अन्यथा यह अनुमान लगाया जाएगा कि वे आप सरकार के साथ मिलकर तख्त के अधिकार को कम करने में अयाली के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

इस तरह की चर्चा की अनुमति देना दुर्भाग्यपूर्ण

ग्रेवाल ने सुधार लहर के नेताओं से दिखावटी काम न करने को भी कहा। शिअद नेता ने यह भी कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने इस तरह की चर्चा की अनुमति दी और अयाली और हरजोत बैंस द्वारा दिए गए बयानों को विधानसभा के रिकॉर्ड से नहीं हटाया।

उन्होंने कहा कि अकाली दल सिक्ख समुदाय के धार्मिक मामलों में इस तरह के स्पष्ट हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेगा। ग्रेवाल ने कहा कि समुदाय और इसकी प्रतिनिधि संस्था-शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) श्री अकाल तख्त के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम और कानून बनाने में सक्षम है और कोई भी बाहरी हस्तक्षेप अनुचित और अस्वीकार्य है।

इस बारे में विधायक मनप्रीत अयाली का पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने मोबाइल कॉल रिसीव नहीं की।

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