नारकोटिक्स विभाग में 1 अप्रैल से अफीम का तौल शुरू होने वाला है जिसकी तैयारियां यह पूरी हो गई है।
चित्तौड़गढ़ में कल यानी 1 अप्रैल से अफीम का तौल शुरू होने जा रहा है। मंगलवार से शुरू होने वाले इस तौल प्रक्रिया में पहले दिन तीनों डिवीजन के 43 गांवों से 714 किसान अपनी अफीम नारकोटिक्स विभाग को देंगे। जबकि विभाग किसानों द्वारा दी गई अफीम का एनालिसिस
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तीसरे डिविजन का तौल निंबाहेड़ा में होगा
सहायक नारकोटिक्स आयुक्त, कोटा जे.एस राजपुरोहित ने बताया कि 1 अप्रैल से अफीम तौल का काम शुरू होगा। शुरू में 1 अप्रैल से 15 अप्रैल तक अफीम का तौल (डोडो को चीरा लगाकर निकाली गई अफीम) होगा। फिर 10 अप्रैल से 29 अप्रैल तक CPS पद्धति (डंडे सहित डोडो को कंप्रेस करके) से होगा। फर्स्ट और सेकंड डिविजन के अंतर्गत आने वाले गांवों के किसानों का अफीम तौल जिला अफीम कार्यालय में होगा। जबकि तीसरे डिविजन का अफीम तौल निंबाहेड़ा के तनिष्क रिसॉर्ट में होगा। उन्होंने बताया कि फर्स्ट डिविजन में 6 तहसील जिले के चित्तौड़गढ़, बस्सी, भदेसर और उदयपुर जिले के भिंडर, वल्लभनगर, कानोड़ और लसाडिया शामिल है। वहीं सेकंड डिविजन में 6 तहसीलें गंगरार, राशमी, कपासन, भूपालसागर, डूंगला और उदयपुर जिले का मावली शामिल है। इसी तरह, तीसरे डिविजन में दो तहसीलें निंबाहेड़ा और बड़ीसादड़ी शामिल है। जिले की बेगूं और रावतभाटा तहसीलों का अफीम तौल भीलवाड़ा जिले में किया जाता है।

सभी कंटेनर पहुंच गए।
मौसम रहा अनुकूल
सहायक नारकोटिक्स आयुक्त, कोटा जे.एस राजपुरोहित ने बताया कि मंगलवार को फर्स्ट डिवीजन के 18 गांवों से 210 किसान, सेकंड डिवीजन के 19 गांव से 339 किसान और तीसरी डिवीजन के 6 गांव से 165 किसान अपने अफीम का तौल करवाने आएंगे। पहले डिवीजन को CPS पद्धति के लिए दो, दूसरे और तीसरे डिविजन के लिए एक-एक बेलर मशीन (डोडो को कंप्रेस करने की मशीन) दिया गया है। इस बार मौसम अनुकूल रहने के कारण पैदावार भी अच्छी रही। इसलिए किसानों का उत्पादन भी अच्छा रहा।

डोडो को कंप्रेस करने के लिए मशीन।
सुरक्षा का रखा गया खास ख्याल
तौल के दौरान यहां सुरक्षा का खास ख्याल रखा गया है। सभी जगह परमानेंट के अलावा भी 11 से 12 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। इसके अलावा DNC के गार्ड, पुलिस के आर्म्स गार्ड भी लगाए गए है। पुलिस के आर्म्स गार्ड में एक हेड कांस्टेबल और 4 कांस्टेबल शामिल रहेंगे। धूप से बचाव के लिए वॉटरप्रूफ डोम, गर्मी से बचाव के लिए जंबो कूलर, पानी के लिए वाटर कूलर लगाए गए है। अभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। तीनों डिवीजन के अफीम के कंटेनर भी पहुंच चुके हैं। जिन्हें सील बंद कर सेंट्रल गोदाम, नीमच भेज दिया जाएगा।