प्रतापगढ़ ब्लॉक के ग्राम चनिया खेड़ी सुदामापुरी में कृषि एवं उद्यान विभाग द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में किसानों को तेरह तत्व जैविक दवा बनाने की विधि सिखाई गई।
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संपतराम मीणा ने किसानों को बताया कि रासायनिक उर्वरकों का अधिक उपयोग भूमि की उर्वरता को कम कर रहा है। यह मानव स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। उन्होंने वर्मी कंपोस्ट, सिटी कंपोस्ट और हरी खाद के उपयोग की सलाह दी।
उद्यान विभाग के उपनिदेशक रामकिशन वर्मा ने बागवानी की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। साथ ही ड्रिप सिंचाई जैसी आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर जोर दिया।
किसान भगवतीलाल आजना ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि रासायनिक खेती में लागत ज्यादा है और उत्पादन कम हो रहा है। उन्होंने सभी किसानों से जैविक खेती अपनाने और संस्थान के प्रशिक्षणों में भाग लेने का आग्रह किया। यह जानकारी संजीवनी सेवा संस्थान के समन्वयक अमर सिंह ने दी।