बांगड़ अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में कार्डियक मरीज को आईसीयू में लेने के बजाय स्ट्रेचर पर ही इलाज देने की लापरवाही सामने आई है। इस मामले में अस्पताल अधीक्षक डॉ. हजारीमल चौधरी ने सीएमओ, 3 रेजिडेंट सहित 4 डॉक्टर, 3 नर्सिंग स्टाफ और एंबुलेंस ड्राइवर को नो
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हुआ यूं कि गुरुवार को बांगड़ अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में दोपहर 1.48 बजे कार्डियक मरीज लाया गया। इस दौरान वार्ड में सीएमओ मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अशोक मोसलपुरिया के साथ फैमिली रेजिडेंट डॉ. वर्षा उदेनिया, जूनियर रेजिडेंट डॉ. अरविंद पटेल व डॉ. श्रवण कुमार की ड्यूटी थी। मौके पर सीएमओ डॉ. मोसलपुरिया वार्ड से नदारद थे। इसके चलते रेजिडेंट डॉक्टर्स ने मरीज को देखा। इस दौरान ट्रॉमा वार्ड के सभी छह बेड पर मरीज थे, लेकिन ट्रॉमा आईसीयू के छह बेड खाली थे। रेजिडेंट डॉक्टर्स ने स्ट्रेचर पर इलाज शुरू कर दिया। इलाज के लिए ऑन कॉल मेडिसिन विभाग के डॉक्टर उम्मेद पोटलिया को अस्पताल बुलाया गया, उन्होंने समय पर फोन अटेंड नहीं किया। परिजनों अस्पताल अधीक्षक को शिकायत की थी। नर्सिंग स्टाफ जगदीश चौहान, हितेश शर्मा व शरद के साथ एंबुलेंस ड्राइवर राकेश चौहान सहित 9 को इलाज में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भास्कर पड़ताल में सामने आया कि ट्रॉमा वार्ड में 3 रेजिडेंट डॉक्टर के साथ चीफ मेडिकल ऑफिसर की ड्यूटी है, लेकिन कई सीएमओ ड्यूटी नहीं दे रहे हैं।