पंजाब की लेडी कॉन्स्टेबल अमनदीप कौर, जो हरियाणा में नशा सप्लाई करती थी और पंजाब पुलिस द्वारा हेरोइन के साथ पकड़ी गई।
हरियाणा में हेरोइन बेचने वाली पंजाब पुलिस की लेडी कॉन्स्टेबल अमनदीप कौर के सहयोगी बलविंदर सिंह उर्फ सोनू के मामले में एक ओर खुलासा हुआ है। बलविंदर शुरू से अपराधिक गतिविधियों में शामिल नहीं था। उसके माता-पिता खेतीबाड़ी व पशुओं का काम करते हैं। उसी से घ
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बलविंदर भी उनका घर कामकाज में हाथ बंटवाता था। मगर अचानक नशे की चुंगल में फंस गया और पंजाब की लेडी इंस्पेक्टर अमनदीप कौर के संपर्क में भी आ गया। वहीं से अपराधिक गतिविधियों में ज्यादा हिस्सेदारी हो गई। शुरू में घरवालों ने भी उसका सहयोग किया, लेकिन उसकी हरकतें ज्यादा बढ़ने से घरवालों ने भी अपने कदम पीछे खींच लिए।
इसके चलते बलविंदर को उसके माता-पिता ने घर से बेदखल कर दिया। उसके घर आने पर भी रोक लगाने के लिए ऐतराज जताने लगे। मगर वह बाज नहीं आता और बार-बार मना करने पर घर आता था। उसकी अपराधिक प्रवृत्ति के कारण घरवालों को भी कई बार परेशानी उठानी पड़ी। इस समय घरवाले भी सहमे हुए हैं, लेकिन पंजाब पुलिस ने पूछताछ कर ली है।
वहीं पंजाब पुलिस अभी भी सिरसा में नजर बनाए हुए है। सहयोगी आरोपी बलविंदर के नैनिहाल नानकपुर और मौसी के गांव अभोली में हर एक्टिविटी पर पुलिस की नजर है। पुलिस के साथ खास सुराग भी नहीं लगा है, जिस सीसीटीवी कैमरे से बलविंदर की लोकेशन भी नहीं मिली है कि वह नानकपुर में बाइक खड़ी करने के बाद कहां रवाना।
पंजाब पुलिस पिछले चार से पांच दिनों से लगातार सिरसा के गांव नानकपुर और अभोली में छापेमारी कर रही है। हालांकि, आरोपी लेडी कॉन्स्टेबल के सहयोगी बलविंदर के परिजनों से भी दबाव से पूछताछ की है। ग्राम पंचायत ने भी सहयोग देने का आश्वासन दिया है। वहीं सहयोगी आरोपी बलविंदर सिंह पर गांव नानकपुर में फायरिंग मामले में केस दर्ज भी है।
नानकपुर में करीब 1200 मतदाता
सिरसा का नानकपुर गांव काफी मशहूर गांव है। गांव में लगभग 1200 मतदाता है और लगभग दो हजार के आसपास आबादी है। नानकपुर के आसपास गांवों की दूरी भी मात्र दो से तीन किलोमीटरी पर है।
डीएसपी, थानेदार व सीआईए टीम आई थी
सूत्रों की मानें तो पंजाब पुलिस के साथ एक डीएसपी, थानेदार और सीआईए की टीम नानकपुर में छापेमारी के लिए आई थी। इसके अलावा सिरसा पुलिस से भी डीएसपी, संबंधित थाना व चौकी की पुलिस साथ में पहुंची। पंजाब पुलिस ने सिरसा पुलिस से बलविंदर के अपराधिक रिर्काड की रिपोर्ट मांगी है।
रातोंरात बठिंडा से सिरसा आया था बलविंदर, गली में बाइक खड़ी फरार
सूत्रों की मानें तो बलविंदर सिंह वारदात के दिन रातोंरात बठिंडा से बुलेट बाइक लेकर पंजाब से सीधा सिरसा पहुंचा। यहां आने पर पहले गांव अभोली में गया और बाद में नानकपुर में पहुंचा था। उसने अपनी बुलेट बाइक घर के बाहर गली में खड़ी की। इसके बाद वहां से फरार हो गया। परिजनों से भी बहुत कम समय मिला।
इसके चलते नानकपुर गांव में पंजाब पुलिस और सिरसा पुलिस की कुछ दिनों तक लगातार हरकत रही। हालांकि, ग्राम पंचायत सरपंच की ओर से इसकी सूचना सिरसा सदर थाना पुलिस को दी गई। डायल 112 ने बठिंडा नंबर की बुलेट बाइक को कब्जे में लेकर थाने पहुंचाया। यह सब जानकारी पंजाब पुलिस ने जुटा ली है। अब नशा तस्करों के गिरोह का पता लगाने में जुटी है।
पुलिस नाका देख भागने की कोशिश की तो लेडी कॉन्स्टेबल पकड़ी गई
बीते 10 दिन पहले वर्धमान पुलिस चौकी के इंचार्ज एएसआई मंजीत सिंह और एंटी नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने साझा ऑपरेशन के तहत बादल रोड पर नाकाबंदी की थी। इस दौरान पुलिस टीम ने लाडली चौक की तरफ से एक काले रंग की थार को रुकने का इशारा किया। पुलिस नाके के पास गाड़ी रुकी और उसमें से एक महिला निकलकर भागने लगी। नाके में शामिल लेडी कॉन्स्टेबल व अन्य टीमों ने उसे धर दबोचा।
डीएसपी के मुताबिक महिला कॉन्स्टेबल अमनदीप कौर को हिरासत में लेकर उसकी थार गाड़ी की तलाशी ली गई। गाड़ी के गियर बाक्स में एक पॉलीथिन मिली जिसमे से हेरोइन बरामद हुई, वजन करने पर जो 17.71 ग्राम निकली। इसके बाद पुलिस ने पूरी गाड़ी को खंगाला। मगर और कुछ नहीं मिला। पुलिस ने थार जब्त कर ली।
2019 में परिवार के लोगों पर ही प्लॉट विवाद में की थी फायरिंग
सहयोगी बलविंदर ने प्लॉट विवाद में परिवार के लोगों पर ही फायरिंग की थी। पुलिस को दी शिकायत में नानकपुर निवासी महिला प्रवीण ने बताया था कि 3 अप्रैल 2019 को शाम को वह और उसकी पुत्रवधू रेणू रानी अपने घर पर मौजूद थी। तभी रिश्ते में लगने वाला भांजा बलविंदर उर्फ सोनू उनके घर पर आया और उनसे बदतमीजी करने लगा।
बलविंदर बोला कि जिस मकान की छत लगाने वाले हो, उसकी छत मैं ही लगाऊंगा और रहूंगा। उन्होंने उसे मना कर दिया तो बलविंदर ने उसकी पुत्रवधू सोनू को थप्पड़-मुक्के मारे। बलविंदर ने उस पर लकड़ी की फट्टी से वार कर दिया। उसी समय बलविंदर की माता प्रकाश कौर व पिता रेशम सिंह आ गया। उन्होंने भी गाली देनी शुरू कर दी और उनके साथ मारपीट की।
उस समय माता-पिता ने भी किया था स्पोर्ट तो केस में फंसे
प्रवीण के मुताबिक, पड़ोसी आते देख वह वहां से चले गए। कुछ देर बाद बलविंदर 4-5 अन्य लड़कों के साथ आया और गली में खड़े होकर जान से मार देने की नीयत से कई फायर किए और जान से मार देने की धमकी दी। उस समय भी बलविंदर व उसके साथियों के पास दो गाड़ियां थी। एक पंजाब नबर की PB-7598 महेन्द्रा गाड़ी थी और दूसरी गाड़ी हरियाणा नंबर की।