सहजनवा थाना क्षेत्र में 17 अप्रैल की रात प्रदीप कुमार साहनी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। प्रदीप की फाइल फोटो
गोरखपुर के सहजनवा में 17 अप्रैल की रात पीट-पीटकर हुई प्रदीप कुमार साहनी की हत्या के तार होटल कारोबी से जुड़े रहे हैं। गीडा क्षेत्र में राधेकृष्ण होटल संचालित करने वाला अष्टभुजा गिरि जनवरी से ही यौन उत्पीड़न के मामले में जेल में है। इस मामले में शिल्पा
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पहले जानिए क्या है मामला प्रदीप कुमार साहनी 8 सालों से अपने घर से दूर रहता था। उसकी जान पहचान शिल्पा यादव से हो गई थी। शिल्पा यूट्यूबर है। अपने पति से अलग रहने वाली शिल्पा के साथ ही उसके मायके में प्रदीप रहता था। वीडियो बनाने में भी वह सहयोग करता था। 17 मार्च की रात शिल्पा के खेत में गेहूं की दंवरी हो रही थी। प्रदीप को मजदूरों के लिए गुटखा लाने को भेजा गया था।
गुटखा लेकर वह गांव से 500 मीटर पहले पहुंचा था कि पहले से घात लगाए हमलावरों ने उसे बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। सिर में गंभीर चोट लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। उसकी प्रेमिका शिल्पा ने इस मामले में राम सिंह को मुख्य आरोपी बनाते हुए तहरीर दी थी। उसकी तहरीर पर राम सिंह व कुछ अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज किया गया। पहले ही दिन पकड़े गए कई आरोपी इस मामले में राम सिंह फरार हो गया है। पुलिस की पकड़ में अब तक नहीं आ सका है। लेकिन पुलिस ने एक दर्जन लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया था। पुलिस ने इस मामले में सहजनवा थाना क्षेत्र के हिमांशु पुत्र एसपी सिंह निवासी मुस्तफाबाद मलउर, संतकबीरनगर के निवासी रितेश पुत्र जनार्दन, बृजेश पुत्र महेंद्र निवासी धर्मदास पट्टी व एक नाबालिग को हिरासत में लिया है। प्रदीप से हुआ था झगड़ा सूत्रों की मानें तो हिमांशु शिल्पा पर अष्टभुजा के मामले में समझौते को लेकर दबाव बनाता था। इसी के चलते उसका प्रदीप कुमार साहनी से झगड़ा हुआ था। प्रदीप ने उसे पीट दिया था। जिसके बाद बदला लेने को आतुर था। प्रदीप स्कूटी से चलता था। उसने उसी रात उसका पीछा कर उसकी लोकेशन खोजी थी। चर्चा है कि प्रदीप जुआ खेल रहा था और यह बात हिमांशु को पता चल गई थी। उसने उसे मारने-पीटने के लिए अपने साथियों को बुला लिया। प्रदीप को इतनी बुरी तरह से पीटा गया तो उसकी मौक हो गई। 22 मार्च की शिकायत पर कार्रवाई होती तो टल सकती थी घटना 22 मार्च को शिल्पा यादव को भी पीटने की कोशिश की गई थी। उसे धक्का देकर खेत में गिरा दिया गया था। शिल्पा ने इस मामले में सहजनवा थाने में 22 मार्च को तहरीर दी थी लेकिन केस दर्ज नहीं किया गया था। इस मामले में भी राम सिंह व हिमांशु के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। फरार है राम सिंह मुख्य आरोपी राम सिंह अभी भी फरार है। राम सिंह भी अष्टभुजा के होटल में मैनेजर था। शिल्पा भी वहां काम करती थी। अष्टभुजा के जेल जाने के बाद से ही राधेकृष्ण होटल बंद है। पुलिस की ओर से राम सिंह को पकड़ने के लिए 3 टीमें लगाई गई हैं।