लखनऊ3 मिनट पहले
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बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। डॉ. अम्बेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की ओर से आयोजित इस संगोष्ठी का विषय ‘डॉ. अम्बेडकर की सामाजिक न्याय की अवधारणा’ था।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इग्नू सेंटर, लखनऊ के रीजनल डायरेक्टर डॉ. जय प्रकाश वर्मा मुख्य अतिथि थे। सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी बाबूराम और डॉ. अम्बेडकर सेंटर के समन्वयक प्रो. शशि कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

कुलपति प्रो. मित्तल ने विकसित भारत 2047 के संकल्प पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था को दस गुना करने के लिए युवाओं और महिलाओं की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने युवाओं से स्टार्टअप, नवाचार और उद्यमिता में अग्रणी भूमिका निभाने का आह्वान किया।
मुख्य अतिथि डॉ. वर्मा ने सामाजिक न्याय और समानता के क्षेत्र में अर्थशास्त्र की अवधारणा पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में पीसीएस प्रीलिम्स 2024 में सफल तीन विद्यार्थियों – कविता वर्मा, किरन मौर्य और राजेन्द्र जैसवाल को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में प्रो. शूरा दारापुरी, प्रो. वी.एम. रवि कुमार, प्रो. विनोद खोबरागड़े, डॉ. प्रणब आनंद, डॉ. प्रीति चौधरी सहित अन्य शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और बाबासाहेब के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पण से हुई।