प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व वर्किंग प्रधान भारत भूषण आशू।
पंजाब के लुधियाना में हुए उप-चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद वर्किंग कमेटी के पद से प्रधान भारत भूषण आशू, उप प्रधान विधायक प्रगट सिंह और कुशलदीप सिंह किक्की ढिल्लों ने हार की जिम्मेदारी ली और हाईकमान को इस्तीफा भेजा था। आज शाम प्रदेश कांग्रेस
.
लुधियाना उप-चुनाव में कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर लोगों के सामने आ गई जिस कारण कांग्रेस को यह सीट गवानी पड़ी। कांग्रेस के उम्मीदवार भारत भूषण आशू और प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का छत्तीस का आंकड़ा इस समय चल रहा है।
राजा वड़िंग और एलओपी नेता प्रताप बाजवा का गुट आशू के चुनाव प्रचार से कोसों दूर रहा। सिर्फ नामांकन दाखिल करवाने वाले दिन और आखिरी दिन प्रेस कान्फ्रेंस करने के लिए वड़िंग जरूर कांग्रेस चुनाव दफ्तर पहुंचे।
आशू 10 हजार 637 हजार से अधिक वोटों से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा से हारे है। आशू ने मीडिया के सामने खुलकर कहा है कि प्रत्येक कांग्रेसी को इस चुनाव में पार्टी का साथ देना चाहिए था, लेकिन अब यदि कुछ लोग प्रचार के लिए निमंत्रण की प्रतीक्षा में है तो ये उनकी अपनी सोच है। ये मेरी शादी का समारोह नहीं था कि मैं हर एक को न्योता दूं। कांग्रेस पार्टी सभी वर्करों की पार्टी है।

जांलधर से विधायक प्रगट सिंह और कुशदीप सिंह किक्की ढिल्लों।
लुधियाना चुनाव हार पर आशु के हक में दिया गया इस्तीफा
सूत्रों के अनुसार, विधायक परगट सिंह और पूर्व विधायक किक्की ढिल्लों ने ये इस्तीफा लुधियाना चुनाव में मिली हार को देखते हुए दिया था। दोनों आशु के हक में ये फैसला लिया है। आशू ने स्पष्ट रूप से कहा था कि मैं अकेला चुनाव लड़ा हूं तो मैं अकेला ही हार की जिम्मेदारी लेता हूं। मेरा साथ पूर्व सीएम चरणजीत चन्नी, राणा गुरजीत, प्रगट सिंह और कुशलदीप ढिल्लों ने खुल कर दिया।

प्रदेश प्रभारी भूपेश बघेल ने इस्तीफा मंजूर की जानकारी साझा की।
प्रदेश प्रभारी बघेल ने इस्तीफा मंजूर करने की जानकारी साझा की
भारत भूषण आशू ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। इसी तरह परगट सिंह और कुशलदीप ढिल्लों ने प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया है। तीनों इस्तीफे स्वीकार कर लिए गए हैं।