प्राचीन श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में शिवलिंग का जलाभिषेक करते श्रद्धालु।
रोहतक जिले के कलानौर स्थित प्राचीन श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में सावन के प्रथम सोमवार के मध्य नजर भोले बाबा के दर्शनों को लेकर सुबह से ही शिव भक्तों का मंदिर प्रांगण में आवागमन लगा हुआ है। इस दौरान भक्तजन दूध ,दही,जल, गंगाजल ,भांग ,धतूरा व बेलपत्र
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पवित्र जयघोषों से गुंजायमान मंदिर परिसर
इस अवसर पर मंदिर प्रांगण ओम नमः शिवाय, हर हर महादेव, जय भोलेनाथ के पवित्र जयघोषों से गुंजायमान हो रहा है। मंदिर प्रबंधन द्वारा भक्तों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई है। मंदिर पुजारी जय मंगल मिश्रा ने बताया कि सावन में भोले बाबा की पूजा अर्चना का विशेष महत्व है। अगर सोमवार हो, तो इसका महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है।
भोले बाबा स्वयंभू रूप में विराजमान
उन्होंने बताया कि अभी तक सैकड़ों की संख्या में भक्तजन भोले बाबा के दर्शन कर चुके हैं। मंदिर अत्यंत प्राचीन है, जहां भोले बाबा स्वयंभू रूप में स्वयं विराजमान है, जो अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर प्रांगण में 12 जुलाई से शाम 4 से 6 बजे तक रोजाना भजन कीर्तन किया जा रहा है, जो 22 जुलाई तक जारी रहेगा।
इसी प्रकार 21 जुलाई को शाम 7 से 10 बजे तक संत सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें संत महापुरुषों द्वारा भोले बाबा का गुणगान किया जाएगा, तो वही 22 जुलाई को रात्रि 8 बजे जागरण का आयोजन किया जाएगा।


