मिर्जापुर2 मिनट पहले
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मिर्जापुर में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के पैतृक गांव औड़ी में नदी पर बना अस्थायी रपटा पहली ही बारिश में बह गया। इससे गांव दो भागों में बंट गया और ग्रामीणों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। राहत कार्य शुरू कर दिया गया।
बरसात से बहा डायवर्जन
औड़ी गांव में बरसात से पूर्व निर्माणाधीन पुल के पास पुराना रास्ता तोड़कर अस्थायी डायवर्जन बनाया गया था, जिस पर मिट्टी और छोटे पाइपों के सहारे मार्ग तैयार किया गया था। सोमवार रात हुई बारिश में तेज जल प्रवाह के चलते पूरा डायवर्जन बह गया, जिससे गांव दो हिस्सों में बंट गया।

पाइप डालने का काम शुरू, बुधवार तक चालू होगा मार्ग
खबर प्रसारित होने के बाद लोक निर्माण विभाग और प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया। नदी में बड़े पाइप डाले जा रहे हैं, ताकि पानी की निकासी बनी रहे और रास्ता जल्द चालू किया जा सके। अधिकारियों का कहना है कि बुधवार तक अस्थायी मार्ग बहाल कर दिया जाएगा।

किसानों को करना पड़ा 3 किमी का चक्कर
रास्ता टूटने से धान की रोपाई कर रहे किसानों को खासा नुकसान हुआ। उन्हें खेतों तक पहुंचने के लिए तीन से चार किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ा। औड़ी के अलावा लोढ़वा, भभौरा, देवरिल्ला, गुलौरी और मनई गांव के लोगों को भी आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

ग्रामीणों ने कहा कि अगर समय रहते मोटा पाइप डाल दिया गया होता, तो न जनता परेशान होती और न ही सरकारी पैसा पानी में बहता।”उन्होंने यह भी बताया कि पुराने पुल से कभी कोई दिक्कत नहीं होती थी, लेकिन उसे तोड़कर नया पुल बनाना शुरू कर दिया गया, जो अब तक अधूरा है।
1.5 करोड़ की लागत से बन रहा पुल
लोक निर्माण विभाग, निर्माण खंड-2 द्वारा लगभग 1.5 करोड़ की लागत से नया पुल निर्माणाधीन है। कार्य की गति मई माह से धीमी है और अब तक पुल पूरा नहीं हो पाया। बरसात से पहले पुराने रास्ते को तोड़ देने का निर्णय प्रशासनिक जल्दबाजी का प्रतीक माना जा रहा है।