कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह आरोप लगाया है कि वह नशे व बेअदबी के मुद्दे पर बादलों से मिले थे।
शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर पंजाब सरकार की कार्रवाई के खिलाफ उठी आवाज से राज्य की सियासत गरमा गई है। अब पूर्व डिप्टी सीएम, कांग्रेसी नेता व गुरदासपुर से सांसद ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि अब
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कैप्टन खुलकर पहली बार सरकार विरोध किया
दरअसल, कैप्टन अमरिंदर सिंह 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद से सक्रिय राजनीति से दूरी बनाए हुए हैं। हालांकि, जब पिछले साल मंडियों में धान की खरीद को लेकर समस्या आई थी, तब वह खन्ना मंडी पहुंचे थे। उसके बाद से वह फिर शांत हो गए। मगर हाल ही में उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने लिखा:
“आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार सस्ती सनसनी, राजनीतिक बदले और दबाव को ही शासन समझ रही है। पंजाब में पहली बार लोकतंत्र पर ऐसा सीधा हमला हुआ है। सरकार की आलोचना करने वालों को घर में नजरबंद किया जा रहा है, झूठे केस लगाए जा रहे हैं और आवाज दबाई जा रही है।
बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ जो हो रहा है, वो सरकार की गलत और अमानवीय सोच का साफ उदाहरण है। मैं इस राजनीतिक प्रतिशोध की कड़ी निंदा करता हूं। प्रदेश में विरोध-प्रदर्शन कुचले जा रहे हैं, असहमति की आवाजें दबाई जा रही हैं और पंजाब को दिल्ली से माफिया की तरह चलाया जा रहा है।”

सीएम ने कहा आप सब दोहरे चेहरे वाले हो
कैप्टन की यह पोस्ट आते ही पंजाब सरकार में हलचल मच गई। मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत मंत्री और विधायक सक्रिय हो गए। मुख्यमंत्री ने कैप्टन पर निशाना साधते हुए कहा कि अब कैप्टन अमरिंदर सिंह ड्रग्स के तस्करों के मानवाधिकारों की चिंता कर रहे हैं, जबकि उनके शासनकाल में — और उनके भतीजे के कार्यकाल में — पंजाब का युवा नशे की लत में मर रहा था और वे उस समय महफिलों व निजी आयोजनों में व्यस्त थे।
सीएम भगवंत मान ने यह भी सवाल किया कि 2017 के चुनाव में आपने चार हफ्ते में ड्रग्स खत्म करने का जो वादा किया था, उसका क्या हुआ? उन्होंने कहा कि अब पंजाब की जनता जान चुकी है कि आप सब दोहरे चेहरे वाले लोग हैं, लेकिन यह समझ उन्हें बहुत कुछ गंवाने के बाद आई है।