US EU trade deal Donald Trump France PM Europe | अमेरिका-EU ट्रेड डील से फ्रांस नाराज: कहा- ट्रम्प सिर्फ ताकत की भाषा समझते हैं, फ्रेंच PM बोले- ये डील यूरोप के लिए काला दिन

Actionpunjab
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पेरिस3 घंटे पहले

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फ्रांसीसी PM का कहना है कि यूरोप में ट्रम्प के टैरिफ दबाव के आगे घुटने टेक दिए हैं। - Dainik Bhaskar

फ्रांसीसी PM का कहना है कि यूरोप में ट्रम्प के टैरिफ दबाव के आगे घुटने टेक दिए हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूरोपियन यूनियन (EU) की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के बीच रविवार को हुई ट्रेड डील की फ्रांस ने आलोचना की है। फ्रांस के प्रधानमंत्री फ्रांस्वा बेरो ने इसे EU के लिए काला दिन बताया है।

बेरो ने कहा कि EU ने राष्ट्रपति ट्रम्प के बढ़ते टैरिफ दबाव के आगे घुटने टेक दिए। उन्होंने X पर लिखा-

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यह दुखद है जब स्वतंत्र देशों का गठबंधन, जो अपने साझा मूल्यों और हितों की रक्षा के लिए बना था, दबाव में झुक जाता है।

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वहीं, फ्रांस के यूरोपीय मामलों के मंत्री बेंजामिन हदद ने कहा कि यह हालात ठीक नहीं है और EU को जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए। फ्रांस के व्यापार मंत्री लॉरेंट सेंट-मार्टिन ने कहा- ट्रम्प सिर्फ ताकत की भाषा समझते हैं। हमें पहले ही जवाबी कदम उठाने चाहिए थे, तो शायद डील बेहतर होती।”

हालांकि, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है।

इटली-जर्मनी ने ट्रेड डील का स्वागत किया जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्त्ज और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने इस समझौते का स्वागत किया। यूरोपीय ट्रेड कमीश्नर मारोश सेफचोविच ने इसे “बड़ा कदम” बताया, क्योंकि इससे अमेरिका और यूरोप के बीच ट्रेड वॉर टल गया।

इस समझौते के तहत यूरोप से अमेरिका जाने वाले ज्यादातर सामानों पर 15% टैरिफ लगेगा, जो मौजूदा 4.8% से तीन गुना ज्यादा है। हालांकि, ट्रंप की 1 अगस्त तक की धमकी के बाद 30% टैरिफ से बचा जा सका।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन की रविवार को स्कॉटलैंड के टर्नबेरी में मुलाकात हुई।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन की रविवार को स्कॉटलैंड के टर्नबेरी में मुलाकात हुई।

यूरोप के 70% सामानों पर 15% टैरिफ लगेगा समझौते की डिटेल्स के मुताबिक, यूरोप के 70% सामानों पर 15% टैरिफ लगेगा। इसमें कारें, दवाएं और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान शामिल हैं।

हालांकि, विमान के पुर्जे, कुछ केमिकल्स, सेमीकंडक्टर इक्विपमेंट और कॉर्क जैसे कुछ कृषि प्रोडक्ट्स पर टैरिफ नहीं होगा। दवाओं पर भी अभी कोई टैरिफ नहीं लगेगा, और अगर भविष्य में लगता भी है, तो वह 15% से ज्यादा नहीं होगा।

EU अगले तीन सालों में अमेरिका से 750 बिलियन डॉलर यानी करीब 64 लाख करोड़ रुपए की एनर्जी खरीदेगा। इसके साथ ही EU अमेरिका में 600 बिलियन डॉलर यानी 51 लाख करोड़ रुपए का निवेश करेगा।

टैरिफ पर 7 महीने से चल रही थी बातचीत

टैरिफ को लेकर यूरोपीय यूनियन और अमेरिका बीते 7 महीने से बातचीत कर रहे थे। हालांकि EU कुछ खास छूट नहीं दे रहा था। हालांकि ट्रम्प की 30% टैरिफ की धमकी के बाद EU नरम पड़ा और सहमति बनी।

यूरोपीय यूनियन दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी है। इसमें यूरोप के 27 देश शामिल हैं। अमेरिका, यूरोपीय यूनियन के बीच हर दिन लगभग 3.5 अरब डॉलर का व्यापार होता है। वहीं, मेक्सिको अमेरिका का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है।

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