रोहित सिंह | सिद्धार्थनगरकुछ ही क्षण पहले
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सिद्धार्थनगर में शनिवार रात से जारी बारिश ने तराई क्षेत्र में खुशियां ला दी हैं। जुलाई में कम बारिश से परेशान किसानों को अगस्त की पहली बारिश से राहत मिली है। रिमझिम बारिश का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा।
बारिश से उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली है। साथ ही मुरझाती धान की फसल में नई जान आ गई है। बादलों की घनघोर घटा और लगातार हो रही हल्की बारिश ने सावन का एहसास करा दिया है। लोग बारिश में भीगकर मौसम का आनंद ले रहे हैं।
कस्बों और गांवों की गलियों में कीचड़ जमा होने से आवागमन में परेशानी हो रही है। लेकिन खेतों की हरियाली और लहलहाते धान की बालियों ने किसानों को नई उम्मीद दी है। बारिश से खेतों में पर्याप्त नमी आ गई है।

किसानों का कहना है कि अगर यही सिलसिला कुछ दिनों तक बना रहा तो धान की फसल बेहतर होगी। उत्पादन में बढ़ोत्तरी भी तय है। खेतों में हरे-भरे धान को देखकर गांवों में नई ऊर्जा का संचार हो रहा है।
राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बारिश के कारण रविवार को जिले का अधिकतम तापमान गिरकर 29.8 डिग्री सेल्सियस हो गया। न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि मौसम का यही मिजाज अगले दो से तीन दिन तक बना रहेगा।

भारी बारिश और खराब मौसम की स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर. ने निर्देश जारी किए हैं। जिले के सभी सरकारी व निजी विद्यालयों को 4 और 5 अगस्त को बंद रखने का आदेश दिया गया है। यह आदेश प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक के सभी स्कूलों पर लागू होगा। प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने और जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलने की अपील की है।