नई दिल्ली6 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट क्रैश हो गई थी। इसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी। क्रैश होने से पहले पायलट ने MAYDAY कॉल की थी।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने बताया कि 2025 में अब तक 6 विमान इंजन फेल और 3 मेडे कॉल की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इन तीन मेडे कॉल में से एक हादसा 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI-171 का था, जिसमें 270 लोगों की मौत हुई थी।
मंगलवार को राज्यसभा में सांसद राजीव शुक्ला के सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि इंडिगो में 2 इंजन फेल और 1 मेडे कॉल, स्पाइसजेट में 2 इंजन फेल, एअर इंडिया में 1 इंजन फेल और एक मेडे कॉल (AI-171), एअर इंडिया एक्सप्रेस में 1 मेडे कॉल, अलायंस एयर में 1 इंजन फेल का मामला दर्ज हुआ।

फ्रेंच शब्द से लिया MAYDAY
MAYDAY शब्द फ्रेंच शब्द ‘m’aider’ से लिया गया है। इसका मतलब है ‘help me’ यानी ‘मुझे बचाओ’। MAYDAY कॉल आमतौर पर रेडियो के माध्यम से ATC या आसपास के अन्य विमानों को भेजा जाता है। इस सिग्नल का उपयोग तत्काल सहायता और प्राथमिकता प्राप्त करने के लिए किया जाता है, ताकि इमरजेंसी से निपटा जा सके और समय पर मदद मिल सके।
23 जुलाईः अहमदाबाद एयरपोर्ट पर इंडिगो फ्लाइट में आग, पायलट ने मेडे कॉल भेजा
23 जुलाई को अहमदाबाद से दीव जा रही इंडिगो की फ्लाइट ATR76 के इंजन में उड़ान भरने से ठीक पहले आग लग गई। फ्लाइट में 60 पैसेंजर थे। विमान रनवे पर टेकऑफ की तैयारी कर रहा था, तभी पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को इमरजेंसी ‘मेडे’ कॉल भेजा और उड़ान को रोक दिया गया। यह हादसा सुबह करीब 11 बजे हुआ। इसके बाद तुरंत सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। पूरी खबर पढ़ें…
19 जूनः इंडिगो की गुवाहाटी-चेन्नई फ्लाइट के पायलट ने मेडे कॉल किया
19 जून को इंडिगो की गुवाहाटी-चेन्नई फ्लाइट के पायलट ने मेडे कॉल किया था। पायलट ने विमान में फ्यूल की काफी कमी देखी थी, इसके बाद उसने ATC (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) को मेडे यानी इमरजेंसी कॉल की थी। हालांकि इस फ्लाइट की तुरंत बेंगलुरु एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। पूरी खबर पढ़ें…
12 जूनः अहमदाबाद प्लेन हादसे से पहले भी की गई मेडे कॉल

अहमदाबाद में घटना 12 जून की दोपहर में हुई थी। इसमें 270 लोगों की मौत हुई।
12 जून को अहमदाबाद प्लेन हादसे को लेकर खुलासा हुआ था कि पायलट्स ने MAYDAY कॉल दिया था। DGCA के मुताबिक, उड़ान भरते ही पायलट्स ने ATC (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) को MAYDAY कॉल दिया था, इसका मतलब कि इमरजेंसी की सूचना दी, लेकिन इसके बाद ATC के कॉल्स का कोई जवाब नहीं मिला था।
विमान पायलट सुमित सभरवाल का एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) को भेजा गया आखिरी मैसेज भी सामने आया था। 4-5 सेकेंड के संदेश में सुमित कह रहे हैं, ‘मेडे, मेडे, मेडे… थ्रस्ट नहीं मिल रहा। पावर कम हो रही है, प्लेन उठ नहीं रहा। नहीं बचेंगे।’