अजमेर की दरगाह थाना पुलिस पर बेवजह परेशान करने का आरोप लगाते हुए नला बाजार व्यापारियों ने आज बाजार बंद रखा है। व्यापारियों ने बाजार में इकट्ठा होकर रैली निकालते हुए विरोध जताया। मामले में अधिकारियों से अपनी अलग-अलग मांगों को जल्द पूरा करने की मांग रख
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नला बाजार विश्व प्रसिद्ध दरगाह से पास है। बाजार में करीब 500 से ज्यादा दुकान हैं। इस बाजार से हजारों की संख्या में रोजाना जायरीन होकर गुजरते हैं। सुबह से ही जायरीनों की आवाजाही भी जारी है। अगर बाजार बंद रहा तो जायरीनों को भी परेशानी होगी और करोड़ों रुपए का नुकसान होगा।

व्यापारियों ने बाजार में इकट्ठा होकर रैली निकालते हुए विरोध जताया। मामले में अधिकारियों से अपनी विभिन्न मांगों को जल्द पूरा करने की मांग रखी गई।
व्यापारियों ने सीएलजी मीटिंग में रखी थी अपनी बात
पूर्व पार्षद योगेश शर्मा ने बताया- पिछले दिनों एसपी वंदिता राणा ने सीएलजी मेंबर्स की बैठक ली थी, जिसमें सभी थानों के सीएलजी और शांति समिति के मेंबर्स उपस्थित थे। एसपी वंदिता राणा की ओर से कानून व्यवस्था से जुड़ी हुई बात को रखने के लिए कहा गया था।
तभी नला बाजार की तरफ से एक समस्या रखी गई थी। रात में मार्केट साज जाता है। सब बाहरी लोगों को आईडेंटिफाई किया जाना चाहिए। पूरे फुटपाथ पर इस दौरान भीड़ जमा हो जाती है। भीड़ के दौरान कोई भी वारदात को अंजाम दे सकता है। बैठक में उस मार्केट को हटाने का विषय रखा गया था।
पूर्व पार्षद ने बताया कि उसका उल्टा प्रभाव यह पड़ा की दरगाह थाना पुलिस के द्वारा आकर कहा गया कि हमारी क्यों शिकायत की गई। तभी से थाना प्रभारी और पुलिस की ओर से व्यापारियों को डराया जा रहा है।
व्यापारी सिर्फ यही मांग कर रहे हैं कि तुरंत प्रभाव से इस फुटपाथ पर लगने वाले बाजार को हटाया जाए। इसके साथ एक दरगाह थाना पुलिस पर भी कार्रवाई की जाए।

नला बाजार विश्व प्रसिद्ध दरगाह से नजदीक है। इस बाजार में करीब 500 से ज्यादा दुकानें हैं।
फुटपाथ वाले बाजार और ई-रिक्शा पर बाजार में पाबंदी की मांग
अजमेर श्री व्यापारिक महासंघ संगठन के अध्यक्ष महेंद्र बंसल ने बताया कि लंबे समय से दरगाह बाजार और नला बाजार के व्यापारिक परेशान है। फुटपाथ पर बाजार लगाने वाले असामाजिक तत्व व्यापारियों से कभी-कभी लड़ाई झगड़ा भी कर लेते हैं। मना करने पर मरने पर उतारू हो जाते हैं। ई-रिक्शा चालकों का बाजार में आतंक लगा हुआ है।
व्यापारियों की सिर्फ यही मांग है कि रात में लगने वाली थड़ियों को हटाया जाए, ई-रिक्शा चालकों को बाजार में एंट्री नहीं दी जाए और पुलिस पर कार्रवाई की जाए। अगर उनकी मांगे जल्द पूरी नहीं हुई तो बाजार अनिश्चितकालीन तक बंद रहेगा। इसके साथ ही अगर जरूरत पड़ी तो अजमेर व्यापार महासंघ के साथ शहर के सभी व्यापारिक संगठन समर्थन देंगे और अजमेर बंद करवाना पड़ा तो पीछे नहीं हटेंगे।