नई दिल्ली/ टोक्यो20 मिनट पहले
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प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार को 2 दिन के जापान दौरे पर रवाना हो गए। बतौर प्रधानमंत्री यह उनकी 8वीं जापान यात्रा है। उनसे पहले मनमोहन सिंह ने सबसे ज्यादा 3 बार जापान का दौरा किया था।
पीएम मोदी यहां 15वें भारत-जापान वार्षिक समिट में हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन में दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा होगी।
उन्होंने रवाना होने से पहले सोशल मीडिया पर लिखा- इस दौरे के दौरान भारत और जापान के बीच खास रणनीतिक और ग्लोबल साझेदारी को मजबूत करने पर फोकस होगा।
पीएम मोदी आज सिक्योरिटी, डिफेंस और ट्रेड पर बात करेंगे
पीएम मोदी आज PM इशिबा के साथ वार्षिक सम्मेलन के दौरान सिक्योरिटी, डिफेंस, ट्रेड और टेक्नोलॉजी जैसे मुद्दों पर बातचीत करेंगे। इसके बाद दोनों डिनर करेंगे।
मोदी 30 अगस्त को जापान के मियागी में उस फैक्ट्री का भी दौरा करेंगे, जहां बुलेट ट्रेन के कोच तैयार होते हैं।
जापानी मीडिया के मुताबिक इस यात्रा के दौरान जापान, भारत में 10 ट्रिलियन येन यानी 5.93 लाख करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा करने वाला है।
ट्रम्प के भारत पर 50% टैरिफ लगाने के फैसले के बाद मोदी का यह दौरा भारत की रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी को मजबूत बनाने के लिहाज से अहम माना जा रहा है।

PM मोदी के जापान दौरे का एजेंडा
- 100 से ज्यादा MOU’s पर साइन किए जाएंगे।
- दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग के लिए नया फ्रेमवर्क बनाने पर चर्चा बातचीत हो सकती है।
- सेमीकंडक्टर, कम्युनिकेशन, क्लीन एनर्जी और मेडिसिन की सप्लाई पर चर्चा संभव।
- दोनों देश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर भी नई पहल की शुरुआत कर सकते हैं।

भारत के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में मदद कर रहा जापान
भारत बुलेट ट्रेन के लिए मुंबई और अहमदाबाद के बीच देश का पहला हाई स्पीड रेल कॉरिडोर बना रहा है। इस प्रोजेक्ट में जापान, भारत की मदद कर रहा है।
2017 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे और पीएम मोदी ने अहमदाबाद से इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। इसकी कुल लागत 1.08 लाख करोड़ रुपए है।
मुबंई-अहमदाबाद रूट पर बुलेट ट्रेन की अधिकतम स्पीड 350 किमी/घंटा होगी। दोनों शहरों के बीच 508 किमी की दूरी है, जो करीब 3 घंटे में पूरी होगी। फिलहाल इस दूरी को तय करने में 5 से 8 घंटे लग जाते हैं।

भारत को 2 बुलेट ट्रेन गिफ्ट करेगा जापान
जापान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इशिबा सरकार भारत को 2 बुलेट ट्रेन (E3 और E5) गिफ्ट करेगी। इन्हें 2026 की शुरुआत में डिलीवर किया जा सकता है।
E3 मॉडल की टॉप स्पीड 275 किमी/घंटा और E5 मॉडल की टॉप स्पीड 320 किमी/घंटा है। जापान फिलहाल बुलेट ट्रेन के E10 मॉडल पर काम कर रहा है।
E10 मॉडल को अल्फा X मॉडल भी कहा जाता है। यह E3 और E5 की तुलना में काफी तेज और माडर्न है। इसकी टॉप स्पीड 400 किमी/घंटा बताई जा रही है।
जापान की स्थानीय मीडिया के मुताबिक E10 मॉडल को भारत और जापान दोनों देशों में एक साथ ट्रैक पर उतारने पर सहमति बनी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मोदी इस एडवांस मॉडल के कोच देखने के लिए शनिवार को जापान के मियागी प्रांत के सेंडाई जाएंगे। सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाली मशीनों की फैक्ट्री भी यहीं मौजूद है। मोदी उसका भी दौरा करेंगे।

जापान ने 24 साल में ₹37 लाख करोड़ निवेश किए
भारत में विदेशी निवेश (FDI) करने वाला जापान पांचवां बड़ा देश है। उसने 2000 से दिसंबर 2024 तक जापान ने भारत में लगभग 37 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है।
भारतीय दूतावास के मुताबिक, हाल के वर्षों में जापान का भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) बढ़ा है।
क्योडो न्यूज के मुताबिक जापान आने वाले 10 सालों में भारत में लगभग 10 ट्रिलियन येन (करीब 5,800 लाख करोड़ रुपए) के इन्वेस्ट की घोषणा कर सकता है।
साल 2022 में जापान ने 5 साल के लिए 5 ट्रिलियन येन (करीब 2,750 लाख करोड़ रुपए) निवेश करने का वादा किया था। इसे बढ़ाकर अब दोगुना करने का प्लान है।
जापान ने 2022-23 में ₹14 हजार करोड़ का निवेश किया था। यह 2023-24 में यह बढ़कर ₹26 हजार करोड़ हो गया। वहीं 2024-25 के लिए जापान दिसंबर 2024 तक ₹11 हजार करोड़ का निवेश कर चुका है।
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यह निवेश मुख्य तौर पर ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिकल उपकरण, दूरसंचार, केमिकल, वित्त (बीमा) और फार्मा सेक्टर में हुआ।
