उन्नाव5 मिनट पहले
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उन्नाव में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय जल आयोग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को नदी का जलस्तर 113.230 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से 23 सेंटीमीटर ऊपर है।
बाढ़ का पानी शुक्लागंज नगर और ग्रामीण क्षेत्रों के 35 से अधिक इलाकों में घुस गया है। 100 से ज्यादा परिवार बेघर हो गए हैं और विस्थापित हो चुके हैं। इनमें चंपापुरवा, मनसुख खेड़ा, तेजीपुरवा, कर्बला, हुसैन नगर, मोहम्मद नगर, शक्ति नगर, इंद्रा नगर, रविदास नगर, ठाकुर खेड़ा, सरैयां, रजवा खेड़ा, गजिया खेड़ा, त्रिभुवनखेड़ा और अन्य गांव शामिल हैं।


राजीव नगर और आजाद नगर सबसे ज्यादा प्रभावित राजीव नगर बस्ती के सौ से अधिक लोग रेलवे स्टेशन के पास तंबुओं में रहने को मजबूर हैं। वहीं, आजाद नगर नई बस्ती में करीब सौ से अधिक बाढ़ पीड़ित फोरलेन के दोनों किनारों पर झोपड़ियां डालकर रह रहे हैं। कई परिवारों ने किराए के मकानों में शरण ली है।
आजाद नगर के लोगों ने बताया कि प्रशासन की ओर से अब तक सिर्फ नावों की व्यवस्था की गई है। लकड़ियां बीनकर चूल्हों पर खाना बनाने की मजबूरी है। पीने का पानी, राशन और दवाइयों की भारी किल्लत है।


85 नावें लगीं, नाकाफी प्रशासन ने आवागमन के लिए 85 नावें लगाई हैं, लेकिन पीड़ितों का कहना है कि यह संख्या बेहद कम है। अधिकांश नावें सिर्फ मुख्य मार्गों तक सीमित हैं। अंदरूनी बस्तियों तक न तो राहत सामग्री पहुंच पा रही है और न ही स्वास्थ्य सेवाएं।


विधायक ने बांटी राशन किट बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए सदर विधायक पंकज गुप्ता ने कटहा गांव में राहत कैंप लगाया। यहां उन्होंने निहालखेड़ा, सुखलालखेड़ा, संताखेड़ा और गड़रियन वाला कटरी पीपरखेड़ा समेत 200 से अधिक परिवारों को राशन किट वितरित की। वहीं, गोताखोर गांव में लेखपाल अशोक सैनी ने नाव से पहुंचकर 50 परिवारों को राशन पहुंचाया।