पंजाब में अलग-अलग शहरों में बाढ़ के दृष्य।
पंजाब में आई बाढ़ ने पावरकाम को जबरदस्त झटका दे दिया है। विनाशकारी बाढ़ ने राज्य के कई क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है। इस बाढ़ से पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PSPCL) को अपने बुनियादी ढांचे में भारी नुकसान झेलना पड़ा है। सबसे बड़ा नुकसान पठा
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पटियाला स्थित PSPCL मुख्यालय द्वारा तैयार की गई प्रारंभिक आकलन रिपोर्ट के अनुसार, कुल अनुमानित नुकसान 102.58 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। यह बाढ़ असामान्य बारिश और सतलुज व ब्यास जैसी नदियों के उफान के कारण आई, जिसने कृषि भूमि, रिहायशी इलाके और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को पानी में डूबा कर दिया।

बाढ़ के कारण सड़कों पर हुआ जलभराव।
ट्रांसफॉर्मर और बिजली आपूर्ति नेटवर्क को भारी नुकसान रिपोर्ट में बताया गया है कि कुल 2,322 वितरण ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे लगभग 23.22 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। ये ट्रांसफॉर्मर उच्च वोल्टेज बिजली को घरेलू और औद्योगिक उपयोग के लिए लेवल पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनके नुकसान से हजारों घरों और व्यवसायों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।
7,114 बिजली के खंभे बाढ़ में बह गए 7,114 बिजली के खंभे बाढ़ में बह गए या क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे 3.56 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। वहीं, 864 किलोमीटर लंबी कंडक्टर और बिजली आपूर्ति तारें जलमग्न या नष्ट हो गईं, जिससे 4.32 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

बाढ़ दौरान किश्ती में बैठकर जाते लोग।
PSPCL के बुनियादी ढांचे को भी नुकसान PSPCL के कार्यालय भवनों, फर्नीचर और कंट्रोल रुम उपकरणों को भी 2.61 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। कंट्रोल रुम के महत्वपूर्ण उपकरण जैसे VCB (वैक्यूम सर्किट ब्रेकर), CR पैनल, बैटरियां, बैटरी चार्जर, रिले और केबल बॉक्स 46 लाख रुपए के नुकसान के साथ बुरी तरह प्रभावित हुए।
ग्रिड सबस्टेशनों पर सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी भारी नुकसान हुआ। टूटी हुई बाउंड्री वॉल और नियंत्रण कक्ष भवनों की संरचनात्मक क्षति से लगभग 2.55 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ, जिससे इन महत्वपूर्ण पावर हब की सुरक्षा और संरचना पर असर पड़ा।

ब्यास इलाके में आई बाढ़ के अलग-अलग ड्रोन फोटेज।
बिजली बहाली के लिए तेजी से प्रयास PSPCL के एक प्रवक्ता ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। मरम्मत टीमों को तेजी से तैनात किया गया है, जिनका मुख्य ध्यान क्षतिग्रस्त ट्रांसफॉर्मर और खंभों को बदलने और प्रमुख सबस्टेशनों पर सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर की मरम्मत पर है।
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि गांवों से बाढ़ का पानी निकलने के बाद स्थिति का दोबारा आकलन किया जाएगा और नुकसान का अंतिम आकलन किया जाएगा। यह बाढ़ PSPCL के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर आई है, लेकिन विभाग ने बिजली आपूर्ति को जल्द से जल्द बहाल करने का भरोसा दिया है।