दोहा32 मिनट पहले
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पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने भारत-पाकिस्तान जंग रुकवाने का अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का दावा खारिज कर दिया।
उन्होंने मंगलवार को अलजजीरा को दिए इंटरव्यू में पहली बार माना है कि भारत ने कभी भी दोनों देशों के बीच किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की।
एंकर ने उनसे पूछा था क्या आप संघर्ष के दौरान विवाद सुलझाने के लिए तीसरे पक्ष को शामिल करने के लिए तैयार थे? इस पर इशाक डार ने कहा कि हमें कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन भारत ने साफ तौर पर कहा है कि यह एक द्विपक्षीय मुद्दा है।
ट्रम्प ने 10 मई को सबसे पहले दोनों देशों में सीजफायर जानकारी दी थी, जिसके बाद से वे करीब 30 से ज्यादा बार सीजफायर क्रेडिट ले चुके हैं। हालांकि, भारत साफ तौर पर कह चुका हैं कि सीजफायर आपसी बातचीत से हुआ है, इसमें किसी तीसरे पक्ष का कोई रोल नहीं है।

डार बोले- पाकिस्तान शांति के लिए बातचीत को तैयार
भारत-पाकिस्तान के बीच 7 मई को संघर्ष शुरू हुआ था, जो 10 मई तक चला था। इसके बाद डार ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो से पूछा था कि क्या अमेरिका, भारत और पाकिस्तान के बीच का विवाद सुलझा रहा है। इस पर रूबियो ने कहा कि भारत का साफ मानना है कि यह एक द्विपक्षीय मुद्दा है।
डार ने यह भी कहा कि हम विवाद सुलझाने के लिए किसी से भी बातचीत के लिए तैयार हैं और मानते हैं कि बातचीत ही आगे बढ़ने का रास्ता है, लेकिन इसके लिए दोनों पक्षों की भागीदारी जरूरी है
डार ने कहा- भारत ने बातचीत प्रस्ताव ठुकराया था
डार ने आगे बताया कि अमेरिका ने यह भी कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत किसी तटस्थ जगह पर हो सकती है। लेकिन 25 जुलाई को वॉशिंगटन में रूबियो के साथ हुई अगली बैठक में उन्हें बताया गया कि भारत इस प्रस्ताव पर सहमत नहीं है।
डार ने कहा- भारत का कहना है कि यह एक द्विपक्षीय मुद्दा है। हम किसी चीज की भीख नहीं मांग रहे हैं। लेकिन बातचीत के लिए दो लोगों की जरूरत होती है। डार ने यह भी कहा कि अगर भारत जवाब देता है तो पाकिस्तान अभी भी बातचीत के लिए तैयार है।
बीजेपी नेता बोले- राहुल गांधी ध्यान से सुनिए, झूठ फैलाना बंद करो
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इशाक डार का बयान शेयर करते हुए लिखा कि भारत-पाकिस्तान सीजफायर में कोई तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं थी।
उन्होंने लिखा- राहुल गांधी, ध्यान से सुनिए पाकिस्तान के अपने विदेश मंत्री इशाक डार ने अल-जजीरा से कहा कि भारत ने किसी भी तीसरे पक्ष की युद्ध विराम मध्यस्थता को अस्वीकार कर दिया है। झूठ फैलाना बंद करो। पाकिस्तान का दुष्प्रचार दोहराना बंद करो।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने सैन्य कार्रवाई की थी
22 अप्रैल को कुछ आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला किया किया था। इस हमले में 26 लोगों मारे गए थे। इसके 15 दिन बाद यानी 7 मई को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान में कई आतंकी ठिकानों को निशाना बयान था। दोनों देशों के बीच 4 दिन तक संघर्ष चला था।

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