संजीव कुमार | गाजीपुर2 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

सीएमओ।
गाजीपुर। अंतर्राष्ट्रीय सर्पदंश जागरूकता दिवस 2025 के अवसर पर जनपद में 19 से 28 सितंबर तक सर्पदंश पखवाड़ा मनाया जाएगा। मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) ने इस दौरान आम जनता को सांप के काटने पर क्या करें और क्या न करें, इसकी विस्तृत जानकारी दी।
सीएमओ ने बताया कि सर्पदंश होने पर व्यक्ति को शांत और आश्वस्त रखें। धीरे-धीरे सांप से दूर हो जाएं और घाव वाले अंग को स्थिर रखें। यदि सर्पदंश वाली जगह पर कोई आभूषण, जूते, अंगूठी, घड़ी या तंग कपड़ा है, तो उसे तुरंत हटा दें। पीड़ित को स्ट्रेचर पर बाईं करवट लिटाएं, दाहिना पैर मुड़ा हुआ हो और हाथ से चेहरे को सहारा दें। पीड़ित व्यक्ति को बिना देरी किए नजदीकी अस्पताल ले जाएं।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सर्पदंश के समय क्या नहीं करना चाहिए। पीड़ित को अत्यधिक दबाव या घबराहट न होने दें। सांप पर हमला करने या उसे मारने की कोशिश न करें, क्योंकि इससे वह बचाव में दोबारा काट सकता है। सर्पदंश वाले घाव को न काटें और न ही उस पर सर्प विषरोधी इंजेक्शन या कोई अन्य दवाई लगाएं। घाव को बांधकर रक्त संचार रोकने का प्रयास न करें। रोगी को पीठ के बल न लिटाएं, क्योंकि इससे वायुमार्ग में रुकावट हो सकती है। पारंपरिक तरीकों से उपचार करने का प्रयास बिल्कुल न करें।
सीएमओ ने सर्पदंश के खतरे से बचने के लिए सावधानी और सतर्कता बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अनजाने में सांप पर पैर रखने से बचें, अंधेरे में बिना टॉर्च के बाहर न जाएं, कम रोशनी वाले घरों, शौचालयों या पार्किंग में सतर्क रहें। खुले में शौच न करें और सुरक्षित शौचालयों का उपयोग करें। बिना मच्छरदानी के जमीन पर न सोएं तथा नंगे पांव खेतों या बागवानी में जाने से बचें। तालाबों और नदियों में नहाते या कपड़े धोते समय भी विशेष सावधानी बरतें।
इस जागरूकता अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इनमें स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं का प्रशिक्षण, सामुदायिक जागरूकता और सहभागिता कार्यक्रम, हितधारक बैठकें, चर्चाएं, गोष्ठियां और व्याख्यान शामिल हैं। इन माध्यमों से व्यापक जनसमुदाय को सर्पदंश से बचाव और उपचार के बारे में जागरूक किया जाएगा।