रिजवान खान | मेरठ3 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

मेरठ एसटीएफ यूनिट ने हाशिम बाबा के शूटर और अवैध हथियार तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग के वांछित आरोपी इसरान खान पुत्र तस्लीम अहमद को हापुड़ से गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ कंकरखेड़ा थाने में मुकदमा दर्ज है।
उस पर पहले से हत्या, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के कई गंभीर केस दर्ज हैं। वर्ष 2015 में भी वह हापुड़ में बड़ी वारदात की तैयारी करते समय पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा गया था। उस समय भी उस पर हत्या के प्रयास और अवैध हथियार रखने के मामले दर्ज हुए थे।
पुलिस के मुताबिक, इसरान का लंबा आपराधिक इतिहास है। उसके खिलाफ मथुरा, हापुड़ और मेरठ में हत्या, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के केस दर्ज हैं। वह पहले तिहाड़ जेल में भी बंद रह चुका है। वहीं उसकी मुलाकात दिल्ली-हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टरों से हुई। एसटीएफ ने बताया कि इसरान हाशिम बाबा का शूटर है और उसका गैंग पंजाब से हथियार खरीदकर यूपी, दिल्ली और हरियाणा में बेचता था। पूछताछ में कई अहम राज खुले हैं। एसटीएफ उसके साथियों की तलाश कर रही है।
पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे एसटीएफ के हत्थे चढ़े इसरान ने कबूल किया कि वह अपने साथियों सारिक, अनिल बालियान उर्फ बंसी और रोहन के साथ मिलकर पंजाब से फर्जी रसीदों पर हथियार खरीदकर दिल्ली, हरियाणा और यूपी में ऊंचे दामों पर बेचता था।
उसने माना कि करीब 11 महीने पहले पंजाब से 17 बंदूकें और 700 कारतूस खरीदकर मेरठ और आसपास बेचे थे। गैंग प्रति बंदूक 40-50 हजार रुपए में खरीदकर 1 लाख से ज्यादा में बेच देता था।
आरोपी ने बताया कि 2015 में तिहाड़ जेल में उसकी मुलाकात कुख्यात इरफान हसन और हसीन बाबा गैंग से हुई थी, जिसके बाद वह बड़े गिरोहों से जुड़ गया।