अभिषेक सिंह/ शन्नू खान। सीतापुर, रामपुर4 मिनट पहले
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23 महीने से जेल में बंद आजम खान की रिहाई आखिरी वक्त पर अटक गई है। वह अब सीतापुर जेल से 10 बजे के बाद रिहा होंगे। दरअसल, आजम खान से जुड़े दो मामले थे, जिस पर उन्होंने कोर्ट में जुर्माना नहीं भरा था।
सूत्रों के मुताबिक, 8 हजार रुपए तक जुर्माना रामपुर कोर्ट में 10 बजे तक जमा होगा। इसके वहां से सूचना फैक्स से सीतापुर जेल भेजी जाएगी। इसके बाद उनकी रिहाई होगी।
सोमवार सुबह 7 बजे ही बड़े बेटे अदीब आजम उन्हें लेने के लिए पहुंच थे। हालांकि, पुलिसवालों ने उन्हें जेल के बाहर से हटा दिया। भीड़ को संभलाने के लिए करीब 50 पुलिसवाले तैनात हैं।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बार पर जबरन कब्जे के मामले में गुरुवार को आजम को जमानत दी थी। आजम के बसपा में जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। सूत्रों का कहना है कि 9 अक्टूबर को लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती बड़ा सम्मेलन करने वाली हैं। उसी दिन आजम बसपा में शामिल हो सकते हैं।
आजम के खिलाफ 104 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें अकेले रामपुर में 93 मामले दर्ज हैं। सभी मामलों में उन्हें जमानत मिल चुकी है। 2022 में भड़काऊ भाषण देने के एक मामले में अदालत ने दो साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद आजम की विधायकी चली गई थी।
आजम फरवरी, 2020 में गिरफ्तारी के बाद सबसे पहले रामपुर जेल भेजे गए थे। वहां से उन्हें सुरक्षा कारणों से सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। मई, 2022 में आजम खान जेल से जमानत पर बाहर आ गए।
इसके बाद एक मामले में सजा होने के बाद 18 अक्टूबर, 2023 को आजम खान ने सरेंडर कर दिया था। इसके बाद उन्हें पहले रामपुर जेल भेजा गया, फिर सीतापुर जेल शिफ्ट कर दिया गया।
आजम की रिहाई से जुड़े अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…
लाइव अपडेट्स
21 मिनट पहले
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भीड़ को संभालने के लिए 50 पुलिसवाले तैनात
जेल के बाहर भीड़ को संभालने के लिए 5 थानाध्यक्ष, एक सीओ और एक एएसपी समेत 50 पुलिसवाले तैनात हैं।
23 मिनट पहले
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आजम के 150 समर्थक जेल पहुंचे
आजम को लेने के लिए उनके 150 से ज्यादा समर्थक भी जेल पहुंच गए हैं। पुलिस समर्थकों को जेल के बाहर से हटा रही है।
25 मिनट पहले
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आजम को लेने जेल पहुंचा बड़ा बेटा
आजम खान को लेने के लिए उनके बड़े बेटे अदीब जेल पहुंच गए हैं। उनके साथ समर्थक भी पहुंचे। मीडिया कर्मियों ने उससे बात करनी चाही तो उन्होंने मना कर दिया।
41 मिनट पहले
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बसपा के इकलौते विधायक बोले- आजम का बसपा में स्वागत है

बलिया के रसड़ा विधानसभा से बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने आजम खान को लेकर प्रतिक्रिया दी।
बलिया के रसड़ा विधानसभा से बसपा के एकमात्र विधायक उमाशंकर सिंह ने रविवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, यदि आजम खान बसपा में शामिल होते हैं, तो उनका स्वागत है। इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी।
उमाशंकर सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा और बसपा नेताओं के बीच किसी मुलाकात की जानकारी नहीं है। लेकिन अगर आजम खान बसपा में आते हैं, तो यह सियासी तौर पर पार्टी के लिए फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा कि हर एक व्यक्ति का स्वागत है।
42 मिनट पहले
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आजम, तंजीन और अब्दुल्लाह का चुनाव में हिस्सा लेना मुश्किल
वरिष्ठ वकील जुबैर खान कहते हैं- आजम खान जेल से बाहर आते हैं तो भी वे 2027 का चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। इसी तरह उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को भी सजा हो चुकी है, ऐसे में ये लोग भी अगला चुनाव नहीं लड़ सकते।
42 मिनट पहले
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साल 2020 में पहली बार जेल गए थे आजम

ये तस्वीर साल 2022 की है। जब आजम खान सीतापुर जेल से बाहर आए थे।
आजम खान फरवरी, 2020 में गिरफ्तारी के बाद सबसे पहले रामपुर जेल भेजे गए थे। वहां से उन्हें सुरक्षा कारणों से सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। मई, 2022 में आजम खान जेल से जमानत पर बाहर आ गए। इसके बाद एक मामले में सजा होने के बाद 18 अक्टूबर, 2023 को आजम खान ने सरेंडर कर दिया था, जिसके बाद उन्हें पहले रामपुर जेल भेजा गया, फिर सीतापुर जेल शिफ्ट कर दिया गया।
43 मिनट पहले
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आजम खान पर कितने मुकदमे?

आजम के खिलाफ कुल 104 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें अकेले रामपुर में 93 मामले दर्ज हैं, बाकी दूसरे जिलों में दर्ज हैं। 12 मुकदमों में फैसला आ चुका है। कुछ में सजा हुई है और कुछ में वे बरी हो गए हैं। लगभग सभी मामलों में उन्हें जमानत मिल चुकी है।
43 मिनट पहले
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भड़काऊ भाषण के मामले में सजा होने से चली गई थी विधायकी

आजम खान को सबसे बड़ा झटका उस समय लगा था, जब 2022 में भड़काऊ भाषण देने के एक मामले में अदालत ने दो साल की सजा सुनाई थी। जिसके बाद आजम की विधायकी चली गई थी।
हालांकि आजम खान की मुश्किलें 2019 से बढ़नी शुरू हो गईं थी। उन्होंने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान तत्कालीन जिलाधिकारी और वर्तमान में मुरादाबाद मंडल के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह समेत तमाम अधिकारियों के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था। जिसके बाद उनके खिलाफ भडकाऊ भाषण देने के आरोप में मुकदमा भी दर्ज हुआ था। इसी मामले में कोर्ट ने उन्हें तीन साल की कैद और छह हजार रुपए जुर्माना अदा करने की सजा सुनाई है। उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं और थानों में सौ से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
45 मिनट पहले
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सपा के संस्थापक सदस्यों में से थे एक
आजम खान को मुलायम सिंह यादव के सबसे करीबी नेताओं में से गिना जाता था। वे सपा के संस्थापक सदस्य भी हैं। उन्होंने कभी स
45 मिनट पहले
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चार बार प्रदेश सरकार में मंत्री रहे
आजम खान सपा सरकार में कई-कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे। 1989 में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बने और श्रम, रोजगार, मुस्लिम वक्फ और हज जैसे विभागों में कामकाज किया। 1993 में वे एक बार फिर राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री बने।
आजम खां उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे हैं। जबकि, 2003 से 2007 तक कैबिनेट मंत्री के रूप में संसदीय मामलों, शहरी विकास, जल आपूर्ति, शहरी रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन विभागों का कामकाज देखा। 2012 में अखिलेश यादव की सरकार के दौरान आजम खान नगर विकास समेत कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री बने।
47 मिनट पहले
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पूरे परिवार पर दर्ज हुए 165 मामले

2022 में रामपुर विधानसभा चुनाव से लड़े आजम खान ने एफिडेविट में बताया है कि उनके ऊपर 87 मुकदमे दर्ज हैं। जबकि स्वार विधानसभा से चुनाव लड़े उनके बेटे अब्दुल्ला आजम ने अपने एफिडेविट में बताया है कि उनके ऊपर 43 मुकदमे दर्ज हैं। जबकि आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा के ऊपर 35 मामले दर्ज हैं। इस तरह पूरे परिवार पर 2022 तक 165 मामले दर्ज हुए हैं।