वाराणसी में मौसम बदलने से बच्चों में डायरिया, चेस्ट इंफेक्शन और पीलिया की शिकायत।
गर्मी के साथ ही साथ बरसात होने से मौसम में लगातार परिवर्तन देखने को मिल रहा है। ऐसे में बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। अस्पतालों के पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट में परिजनों की भीड़ लग रही है। बच्चों को कैसे इन सब से बचाया जाए और इस समय किन बीमारियों से बच्चे ज्या
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रोजाना आ रहे हैं 50 से 60 बच्चे। वायरल फीवर और डायरिया के पेशेंट ज्यादा।
डायरिया, चेस्ट इन्फेक्शन और पीलिया के पेशेंट ज्यादा डॉ अहमदुल्लाह अंसारी ने बताया – मौसम लगातार बदल रहा है। हर दो दिन बाद बारिश हो रही है। जिससे बच्चों की तबियत खराब हो रही है। इस समय बच्चों में चस्ट इन्फेक्शन, डायरिया और पीलिया (ज्वाइंडिस) की दिक्कत देखने को मिल रही है। ऐसे में बच्चे हमारे पास आ रहे हैं। जिनका इलाज किया जा रहा है। ये सभी संक्रामक रोग हैं। जिससे सतर्क रहने की परिजनों को भी सलाह दी जा रही है।

डॉ अहमदुल्ला अंसारी ने बताया -परिजनों को रखना होगा साफ-सफाई पर ध्यान।
साफ-सफाई पर परिजन दें ध्यान डॉ अहमदुल्लाह ने बताया- परिजन घर में साफ-सफाई का ध्यान रखें। लगातार बारिश और धूप का मौसम होने की वजह से दिक्कत हो रही है। ऐसे में बच्चों को पानी उबाल कर पिलायें ताकि उन्हें इन्फेक्शन न होने पाए और पीलिया की बिमारी न होने पाए। इसके अलावा जहां बच्चे सोएं। वो जगह भी साफ हो। मक्खी-मच्छर उस जगह पर न हों।

बच्चों को बासी खाना देने और बचा हुआ दूध देने से करें परहेज।
बासी खाने और दूध से करें परहेज डॉक्टर ने बताया – बच्चों को इस मौसम में बासी खाना नहीं देना चाहिए। उन्हें किसी हाल में बासी खाना न दें। इसके अलावा यदि वो दूध पीते हैं और छोड़ देते हैं बॉटल में तो उसे फेंक दें दोबारा रखा हुआ दूध बच्चे को ना दें। उसे बॉटल को उबले पानी से धोकर ही दोबारा इस्तेमाल करें।