There would have been no problem if you had said grand mother instead of grandmother | दादी की जगह ग्रैंड मदर बोलते तो दिक्कत नहीं होती: निंबाहेड़ा विधायक कृपलानी बोले – कांग्रेसी इटली प्रवृति के है, बजट को लेकर भी कसा तंज – Chittorgarh News

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सदन की व्यवस्थाओं को लेकर विधानसभा में निंबाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने गाली देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि मैं मंत्री अविनाश गहलोत की भी गलती मानता हूं जिन्होंने इंदिरा गांधी को दादी मां कह दिया। अगर ग्रैंड मद

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इटली प्रवृति के है सभी कांग्रेस के लोग

विधानसभा में आज गुरुवार को कांग्रेसियों द्वारा किया जा रहा गतिरोध खत्म कर दिया गया। लेकिन उससे पहले सदन की व्यवस्थाओं को लेकर मौजूद रहे विधायकों ने अपनी राय रखी। निंबाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने कहा कि जिसने भी बजट पड़ा है, सबने भजनलाल सरकार की सराहना की। गोविंद सिंह डोटासरा दो दिनों तक इस हाउस में नहीं रहे। जिस दिन सदन में आए, उसी दिन सबको लगा कि कुछ गड़बड़ होगी और हुई भी। मैं मंत्री अविनाश गहलोत की भी गलती मानता हूं कि दादी मां की जगह उन्हें ग्रैंड मदर बोलना चाहिए था। ग्रैंड मदर बोलते तो दिक्कत ही नहीं आती। यह लोग इटली प्रवृति के है। ग्रांड मदर के नाम योजना बनाई बोलते तो फर्क नहीं पड़ता। जिस तरह अध्यक्ष की अवमानना की गई। जिस तरह डेस्क पर चढ़कर गलत शब्द यूज किए गए, जिस तरह की गंदी भाषा का इस्तेमाल किया गया, यह गलत था। इस सदन में सब ने कोशिश की है कि बीच का रास्ता निकाला जाए लेकिन यह लोग चाहते ही नहीं थे कि बीच का कोई रास्ता निकाला जाए।

विधायकों को दे रखी थी एक-एक अटैची

सभी के रिश्तेदार पूछ रहे हैं की दादी मां के नाम पर इतने भड़क क्यों गए। क्योंकि यह कांग्रेस पार्टी इटली से संचालित पार्टी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जो लगातार 2 बजट दिया है, उससे ही उनका दिमाग खराब हो गया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक साल पुराना बजट पढ़ लिया था। उनको उसे बजट की जरूरत भी नहीं थी। उन्होंने तो अपने हर कांग्रेस के विधायकों को एक-एक अटैची दे रखी थी और नकद बजट देकर कहा था कि जो लूटो निपटाओ सबको।

गाली देने वाले को सजा मिले

निंबाहेड़ा विधायक ने कहा कि अध्यक्ष को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए कि जिनके दोष है, उनको सजा मिले। यह नियम बनाए की आगे से ऐसी घटना ना हो। सदन या सदन के बाहर भी कोई अगर गाली गलौज करता है तो उसे पर कार्रवाई की जाए।

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