वॉशिंगटन डी सी19 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

कैलिफोर्निया में रहने वाले भारतीय-अमेरिकी व्यवसायी और खालिस्तानी विचारों के विरोधी सुखी चहल की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है।
उनके करीबी दोस्त जसपाल सिंह ने शनिवार को बताया कि 31 जुलाई को सुखी को एक परिचित ने अपने घर डिनर पर बुलाया था। डिनर के बाद अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
जसपाल ने बताया कि सुखी पूरी तरह स्वस्थ थे, और उनकी अचानक मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सुखी खालिस्तानी तत्वों की कड़ी आलोचना करते थे और 17 अगस्त को वाशिंगटन डीसी में होने वाले खालिस्तान रेफरेंडम (जनमत संग्रह) का खुलकर विरोध कर रहे थे।
खालिस्तानी समर्थक धमका रहे थे
‘द खालसा टुडे’ के संस्थापक और CEO सुखी को खालिस्तानी समर्थकों से लगातार धमकियां मिल रही थीं। फिर भी, वे अपनी बात पर अडिग रहे। उनके परिचित बूटा सिंह कलेर ने कहा कि उनकी मौत से भारत समर्थक समुदाय में शोक की लहर है।
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से सच सामने आएगा। सुखी भारतीय प्रवासियों को अमेरिका के कानूनों का पालन करने और अपराध से दूर रहने की सलाह देते थे।
हाल ही में उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा था, ‘अमेरिका में कानून का पालन जरूरी है। अपराध करने पर वीजा रद्द हो सकता है और वापसी मुश्किल हो सकती है।’