जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ. रेनू चावला।
कैथल जिले में अब कैंसर के मरीजों को कीमोथेरेपी के लिए रोहतक और चंडीगढ़ जैसे मेडिकल कॉलेजों में नहीं जाना पड़ेगा। स्वास्थ्य विभाग जल्द ही नागरिक अस्पताल में कीमोथेरेपी डे केयर सेंटर शुरू करेगा। केंद्र में केवल कैथल ही नहीं, बल्कि आसपास के कई जिलों के
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साथ ही उनके धन और समय की भी बचत होगी।
दो डॉक्टर झज्जर से ले रहे ट्रेनिंग
कैथल में करीब 550 कैंसर मरीज हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग कैथल ने दो डॉक्टरों को ट्रेनिंग के लिए झज्जर के सिविल अस्पताल में भेजा है। ट्रेनिंग लेने गए डॉक्टरों में डॉक्टर आरडी चावला और डॉ. ललित जांगड़ा शामिल हैं। इसके अलावा नर्सिंग स्टाफ से भी दो लोगों को ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है।

कैथल नागरिक अस्पताल।
एक ही दिन में होगा इलाज
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि डे केयर सेंटर में मरीज सुबह आकर दाखिल हो सकेंगे और दिनभर इलाज के बाद उन्हें रात को ही छुट्टी दे दी जाएगी। इसके बाद वे अपने घर जा सकेंगे। ऐसे ही आगे की प्रक्रिया रहेगी। उन्हें समय अनुसार अस्पताल के डे केयर सेंटर में बुलाया जाएगा और इलाज के बाद छुट्टी देकर उन्हें आगे दोबारा आने का समय बताया जाएगा।
कमरे समेत अन्य सुविधाएं जुटाई जा रही
सिविल सर्जन डॉ. डॉक्टर रेनू चावला ने बताया कि डे केयर सेंटर के लिए अस्पताल में कमरे व अन्य सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। डॉक्टर भी ट्रेनिंग पर गए हुए हैं, जल्द ही उनकी ट्रेनिंग पूरी हो जाएगी। इसके बाद डे केयर केंद्र शुरू हो जाएगा। मरीजों को यहां पर निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं और दवाइयां उपलब्ध हो सकेंगी।
जहां पर कम दूरी पर कोई मेडिकल कॉलेज नहीं है, वहां के लोग कैथल सिविल अस्पताल में आकर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।