सफाई कर्मी करन ने चंडौस थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
अलीगढ़ के चंडौस कस्बे के वाल्मीकि बस्ती निवासी करन वाल्मीकि को सोमवार को आयकर विभाग का नोटिस मिला था। जिसमें उससे 33.88 करोड़ रुपए के टर्नओवर का हिसाब मांगा गया था। आयकर विभाग का नोटिस आने के बाद करन का पूरा परिवार सदमें में है।
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वहीं आयकर विभाग के नोटिस के बाद मामले की पड़ताल शुरू हो गई है। करन के नाम से दिल्ली में फर्म बनाई गई थी, जिससे करोड़ों का टर्नओवर हुआ है। करन के नाम से महावीर इंटरप्राइजेस फर्म बनाई गर्इ थी। जो राज्यकर विभाग मंडौली, दिल्ली में रजिस्टर्ड है। इसका मूल पता सोनिया विहार ईस्ट दिल्ली दिखाया गया है।

दिल्ली से सूचना आने के बाद आयकर विभाग ने करन को नोटिस जारी किया है।
दिल्ली से सूचना के बाद भेजा नोटिस
बैंक में सफाई कर्मी के रूप में काम करने वाले करन के नाम से महावीर इंटरप्राइजेस फर्म बनाई गई। इसके मुख्य तीन काम दिखाए गए। इसमें आयरन स्टील उत्पादन, विटामिन मिनरल क्रूड ऑयल और लोहे व प्लास्टिक के स्क्रैप का काम दिखाया गया था।
नोटिस मिलने के बाद करन ने आयकर अधिकारियों से मिलकर उन्हें सारी बात बताई। जिस पर अधिकारियों ने उसे बताया कि उन्हें दिल्ली से विभागीय सूचना मिली थी। जिसके बाद उन्होंने उसे नोटिस जारी किया है। अब वह कानूनी कार्रवाई करते हुए अपने वकील के माध्यम से विभाग को अपना जवाब पेश करे।
नहीं दर्ज हुआ है करन का मुकदमा
अलीगढ़ में अब तक तीन लोगों को आयकर विभाग के नोटिस मिल चुके हैं। इसमें जूस विक्रेता रईस को 7.78 करोड़ का नोटिस मिला था। जिसका मुकदमा सिविल लाइंस थाने में दर्ज हो चुका है। उसके बाद ताला कारीगर योगेश शर्मा को 11.11 करोड़ का नोटिस मिला।
योगेश ने गांधीपार्क थाने में तहरीर देकर शिकायत की, लेकिन अभी तक उसका मुकदमा भी दर्ज नहीं हुआ है। वहीं करन को 31 मार्च को नोटिस मिला है। जिसके बाद उसने चंडौस थाने में तहरीर दी थी, लेकिन मंगलवार देर शाम तक करन का मुकदमा भी दर्ज नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि यह पूरा रैकेट है, जो लोगों के पैनकार्ड का दुरप्रयोग कर रहा है।